सट्टा किंगों पर पुलिस ने कसी नकेल, पैन पर्ची नगदी भी बरामद, किए मजबूत मंसूबे फेल
मोहम्मद आरिफ उत्तराखंड क्राइम प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा चलाए जा रहे अभियान के अनुपालन में रात्रि में रानीपुर पुलिस ने जुआ, सट्टा लगाने वाले अपराधियों के विरूद्ध टीमें बनाकर अभियान चलाया है। जिसमें पुलिस टीमों को शिवलोक आडिटोरियम के पास से अतुल वैश्य पुत्र महेश चन्द्र गुप्ता निवासी काली सडक बदांयू उत्तरप्रदेश, हाल निवासी संजय नगर टिबडी रानीपुर हरिद्वार को जुआं, सट्टे की खाई बाडी करते गिरफ्तार कर किया गया है। अभियुक्त के कब्जे से सट्टा पर्ची पैन व 2730 रुपए नगद और दुसरा अभियुक्त विशेक कश्यप पुत्र धर्मपाल निवासी वाटर वर्क्स कालोनी रानीपुर हरिद्वार को भभूतावाला बाग जाने वाले रास्ते से सट्टे की खाई बाडी करते धर दबोचे लिया गया है। जिसके कब्जे से सट्टा पर्ची पैन, व 2500 रुपए नगद बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार अभियुक्त अतुल वैश्य के विरूद्ध थाने पर मु0अ0सं0 461/24 धारा 13 जुआ अधिनियम व अभि0 विशेक कश्यप के विरूद्ध मु0अ0सं0 462/24 धारा 13 जुआ अधिनियम के अभियोग पंजीकृत किला गया। गिरफ्तार अभियुक्तों को माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है पुलिस टीम में हे० कांस्टेबल चन्द्रशेखर, कोतवाली रानीपुर, कांस्टेबल सुनील तोमर, कोतवाली रानीपुर, कांस्टेबल उदय नेगी कोतवाली रानीपुर, कांस्टेबल विनोद ने खाईबाड़ी करने वाले सटोरियों पर कानूनी नकेल कसी है। जो तारीफे काबिल है। लेकिन लालकुर्ती में सट्टा किंग का कारोबार रुकने का नाम नहीं रहा है। और दिन पर दिन अपने काले कारोबार की जड़े चारों ओर युवाओं में फैला रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन कोतवाली रुड़की क्षेत्र के अंतर्गत में आने वाली लालकुर्ती स्थित पानी टंकी के पास झोपड़ी नुमा पुराने मकान में बड़े पैमाने पर खाईबाडी के खेल को अंजाम दिया जा रहा है। यहां रात दिन खाईबाडी में मोटी रकम लगाने वाले की आवाजाही रहती है। इस स्थान पर खाईबाडी के खुलेआम खेल के बढ़ते कारोबार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महिलाएं और बच्चे भी दिन-रात अंकों के जाल में यहां उलझ कर सट्टा लगा रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि यहां महिलाएं भी एक के नब्बे के जाल में उलझ कर रह गई है। और सट्टा माफिया के गुर्गे जो नंबर लिखते हैं वह यहां आसानी से नंबर लिखते नजर आ जाते हैं। लालकुर्ती टंकी क्षेत्र के आदतन किस्म के खाईबाड को सट्टा माफिया का खिताब देेना एकदम सही भी होगा। क्योंकि यह माफिया सट्टे के कारोबार को अंजाम देकर युवा वर्ग को इस तरह से बर्बाद कर रहा हैं जैसे दिम्मक धीरे धीरे लकड़ी को मिट्टी बना देती है। जिसको देखने कहने सुनने वाला कोई नहीं रहा है। सिविल लाइन कोतवाली रुड़की क्षेत्र लालकुर्ती टंकी के पास खुलेआम पर्ची लिखकर और मोबाइल के माध्यम से अवैध कारोबार को संचालित कर लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाला जा रहा हैं। जिसकी जानकारी शायद स्थानीय पुलिस को भी है। वहीं गरीब बेरोजगार युवाओं को मोटे कमीशन का लालच देकर इस अवैध कारोबार में उतारा जा रहा है। आगे चलकर यही युवा अपराध की ओर अग्रसर हो जाते हैं। और जब शिकायत होने पर पुलिस अभियान चलाती है तो सट्टा माफियाओं को बख्शकर अक्सर इनके मुनीमों के खिलाफ कार्रवाई कर पुलिस द्वारा खानापूर्ति कर ली जाती है। बताया जाता है कि सट्टे के अवैध कारोबार ने कई घरों को तबाह बर्बाद कर दिया है। और लालकुर्ती क्षेत्र में चर्चा का बाजार तो यहां तक गर्म चल रहा है। कि खाईबाडी सट्टा माफिया के तार उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर शासन के नकाबपोश राज नेताओं से भी जुड़े हैं। जिस कारण स्थानीय पुलिस प्रशासन आंख बंद किए बैठी है। जिसका भरपूर फायदा उठाकर सट्टा माफिय काफी समय से समाज को कलंक धंधे को फल फूला रहा है। इन चर्चाओं से पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े होना लाजमी है। कुल मिलाकर सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र की लालकुर्ती टंकी के पास चल रहे सट्टे के अवैध कारोबार ने जनता के बीच पुलिस की छवि भी धूल मिल कर रखी है। क्योंकि चर्चा तो यहां तक हो रही है कि सट्टा कारोबार के मुनीमों तक कानून के हाथ तो पहुंचते हैं लेकिन इनके आका के खिलाफ कभी भी कोई कार्रवाई पुलिस द्वारा नहीं की जाती है, ऐसा क्यों, जनता का अपने आप में यह एक बड़ा सवाल है। सूत्र बता रहे हैं कि लालकुर्ती टंकी क्षेत्र में निवास करने वाले अच्छे समाजिक परिवार इस घिनौने सट्टे के कारोबार से परेशान भी है। उनके बच्चे गलत लत के शिकार न हो जाए, यह भय उन्हें लगातार सताता रहता है। जिस पर उच्चधिकारियों को संज्ञान लेने की अति आवश्यकता है। वही जिले की कमान संभाले हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय अपराधियों पर लगातार शिकंजा कस का उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचने का काम कर्मठता के साथ अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। रात दिन सक्रिय रहकर अपराधियों पर नकेल भी कस रहे हैं। जिससे जनपद अपराध मुक्त हो सके। और जनता खुली हवा में सांस ले सके। और हर व्यक्ति के बीच पुलिस प्रशासन का अच्छा संदेश भी पहुंच सके। जो तारीफें काबिल है। और जिस तरह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय ने अवैध नशे के प्रचलन के विरुद्ध सख्त आदेश जनपद पुलिस प्रशासन को दे रखे हैं और आदेशों को अमल में लाकर नशे के सौदागरों को जनपदीय पुलिस जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम कर रहे है उसी तर्ज पर एक मुहिम के तहत खाईबाडी सट्टा कारोबारी पर भी नकेल कसी जानी अति आवश्यक है। शहर से लेकर गांव देहात कस्बो की हर गली मोहल्ले में सक्रिय सट्टा कारोबारियों पर पुलिस कार्यवाही का हंटर चलना चाहिए। लगातार एक मुहिम चलाकर सट्टा कारोबारियों के मंसूबों को चकनाचूर किया जाए। जिससे समाज अंधकार मुक्त हो सके। माननीय महोदय उन कर्मीयों पर भी नज़रें पैनी रखें, जो विभाग की छवि धुलमिल करने पर उतारू हैं। या यूं कहा जाए की अपने स्वार्थ के चलते गलत काम करने वालों को संरक्षण देकर उनके हौसलों को ताकतवर बनाने पर जो तुलें हैं। जिनका गंभीरता से संज्ञान लेना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को अति आवश्यक है। जिससे गलत कामों पर पूर्ण रूप से जनपद में अंकुश लग सके।