गुरु नानक जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर कनखल में निकाली गई प्रभात फेरी
गुरु नानक देवजी के विचार हर युग में प्रासंगिक: संत जगजीत सिंह शास्त्री महाराज
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी के 554 वें प्रकाश पर्व की पूर्व संध्या पर उपनगर कनखल में आज प्रभात फेरी का आयोजन किया गया।प्रभात फेरी निर्मल संतपुरा कनखल से शुरू हुई और कनखल के मुख्य बाजार हनुमानगढ़ी, कनखल थाना, सर्राफा बाजार, चौक बाजार, सती घाट होती हुई सिखों के तीसरे गुरु अमर दास जी के गुरुद्वारा तीजी पातशाही तप स्थान में नतमस्तक होने के लिए पहुंची गुरुद्वारे में नतमस्तक होने के बाद फिर से प्रभात फेरी कनखल के मुख्य बाजारों से वापस होती हुई निर्मल संतपुरा में समाप्त हुई। जहां पर आतिशबाजी की गई। प्रभात फेरी का नेतृत्व निर्मल संतपुरा आश्रम के परमाध्यक्ष महंत जगजीत सिंह महाराज शास्त्री कर रहे थे। इस अवसर पर कनखल, हरिद्वार ,ज्वालापुर की विभिन्न संगतों ने भाग लिया।साधु संत भी प्रभात फेरी में शामिल हुए। निर्मल संतपुरा आश्रम में संगतों को संबोधित करते हुए महंत जगजीत सिंह महाराज शास्त्री ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहब ने सभी संतों, गुरुओं, तपस्वियो की वाणी का सार है।उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने समाज में फैले हुए अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों को दूर किया।गुरु महाराज के बताए हुए रास्ते पर चल ही विश्व में शांति स्थापित हो सकती है।उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव के विचार हर युग में प्रासंगिक रहेंगे। इस अवसर पर संत मनजीत सिंह महाराज, संत त्रिलोचन सिंह महाराज संत बलजिंदर सिंह महाराज, ग्रंथी देवेंद्र सिंह, ग्रंथी इंद्रजीत सिंह, ग्रंथी गुरचरण सिंह, ग्रंथी अमरीक सिंह, ग्रंथी सोहन सिंह, सरदार कंवल जीत सिंह, सरदार परविंदर सिंह गिल, सरदार प्रेम सिंह, सरदार बलविंदर सिंह, सरदार अवतार सिंह, सरदारनी कुलवंत कौर, सरदार नवनीत सिंह, सरदार चीकू सिंह, चेतन शर्मा आदि मौजूद थे।