सवारियों की जान को जोखिम में डालकर टैक्सी वाहनों से सवारियों को लेकर उत्तराखंड यूपी बार्डर से बसों में करा रहे लम्बा सफर
राजेश कुमार उत्तराखंड प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। उत्तराखंड में बाहरी राज्यों से ट्रेवल्स एजेन्सी की कई निजी बसें का बेखौफ संचालन किया जा रहा है। लेकिन परिवहन विभाग द्वारा ऐसे वाहन चालकों के विरुद्ध कोई कठोर कार्रवाई नहीं की जा रही है, जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार ऊधमसिंह नगर बनबसा टनकपुर नेपाल बार्डर से बाहरी राज्यों से कई ट्रेवल्स एजेंसी द्वारा परिवहन विभाग को गगचा देकर सरेआम निजी बसों का संचालन कर रहे हैं। वहीं चर्चा है कि कुछ निजी बस संचालक लाखों रुपए के वारे न्यारे करने में उत्तराखंड यूपी बार्डर पीलीभीत पर सवारियों की जान को जोख़िम में डालते हुए दिल्ली के रास्ते बेंगलुर तक की यात्रा करा रहे हैं। जबकि पिछले दिनों उधमसिंह नगर परिवहन विभाग की टीम द्वारा खटीमा कोतवाली क्षेत्र चकरपुर में एक निजी बस को सीज कर कार्यवाही की गई थी। सीज की गई बस बिना परमिट से ही बनबसा से बेंगलूर तक का सफ़र तय करने जा रही थी। उसके बावजूद बाहरी राज्यों से आने वाली निजी बसों का संचालन करने वालों के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं कि बिना परमिट बिना टैक्स भुगतान से निजी बसों का संचालन थमने का नाम नहीं ले रहा। सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिर किसकी मिलीभगत से ऐसे ट्रेवल्स एजेन्सी की निजी बसों का संचालन किया जा रहा है। सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बस चालकों द्वारा सीधे साधे लोगों की जान को जोख़िम में डालते हुए अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।उत्तराखंड परिवहन विभाग एवं उत्तरप्रदेश परिवहन विभाग को जल्द ही अवैध रूप से संचालन हो रही निजी बसों की जांच कर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।