सर पे है बरसात कैसे होंगे हालात, लगभग 8 वर्षो से टूटे तटबन्ध की नही हो सकी मरम्मत
नीलधारा गंगा का टूटा तटबन्ध बना मुसीबत, डर के साये में जी रहे लोग
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(फिरोज अहमद) लक्सर। खानपुर विधानसभा के कलसिया गांव के पास बीते 2016 में आई बाढ़ के दौरान नीलधारा गंगा का तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसकी मरम्मत आज तक नहीं हो सकी है, जहा बरसात का मौसम आते ही नीलधारा गंगा का खोफ आस पास के ग्रामीणों के दिल मे समा जाता है, वही फिलहाल बरसात सर पर है ऐसे बरसात के मौसम में वहा के लोग डर के साए में जी रहे है। वही हमने मौके पर जाकर इस टूटे तटबंध का जायजा लिया और आस पास मौजूद गांव के खेतो में काम कर रहे किसानो से बात की तो उनका कहना है कि नीलधारा गंगा में आया पानी कब किसी की मौत का कारण बन जाए, कब घरों में घुस जाए, कब खेतों की फसलों को बर्बाद कर दे कुछ नहीं कहा जा सकता, बरसात के मौसम में अधिकारी आते जाते रहते हैं प्रतिवर्ष तटबंध की मरम्मत का दिलासा देते हैं मंत्री तक ने तटबन्ध का जायजा लिया, लेकिन 8 साल बीत जाने के बाद भी आज तक इसका कार्य नही हुआ। किसानों का कहना है गांव के अंदर जो पानी जाता है वह इसी तटबंध टूटने के कारण जाता है जिससे बाढ़ आती है और लोगों को भारी नुकसान होता है किसानों की हजारों बीघा फासल नष्ट हो जाती है फिर जिसका सरकार मुआवजा भी देती है अगर एक ही बार सरकार इस टूटे तटबंध को बांध दे तो सरकार को किसी को भी मुवाजा देने की जरूरत नही यहां सब सुरक्षित रहेगा।