
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(चिराग कुमार) हरिद्वार। राजाजी टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। राजाजी टाइगर रिजर्व में कुल चार रेंज हैं। जिनमें सफारी की जाती है। शुक्रवार को चारों रेंज के गेट खोल दिए गए। अब पर्यटक जंगल सफारी का आनंद उठा सकेंगे। शुक्रवार सवेरे राजाजी टाइगर रिजर्व की वन्यजीव प्रतिपालक चित्रांजलि नेगी ने पूजा अर्चना के बाद चीला रेंज के कपाट खोलकर राजाजी पार्क टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी की विधिवत शुरुआत की। वन्य जीव प्रतिपालक चित्रांजलि नेगी ने बताया कि राजाजी राष्ट्रीय पार्क विशेष कर हाथियों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा बाघ, लेपर्ड आदि भी अन्य रेंज में देखने को मिलते हैं। उन्होंने पर्यटकों से अपील की सफारी के दौरान जंगल में शांति बनाए रखें जानवरों के साथ छेड़छाड़ ना करें। जंगल को प्रदूषण से मुक्त रखें और कचरा ना फैलाएं तथा शांति से जंगल सफारी का आनंद लें। वन क्षेत्राधिकार बीडी तिवारी ने बताया कि राजाजी टाइगर रिजर्व जैव विविधता का भंडार है। उन्होंने बताया कि पार्क में 300 से अधिक हाथी एवं 50 के लगभग बाघ हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटक यहां जैव विविधता एवं जंगली जानवरों तथा प्रकृति का आनंद लेने आते है। जंगल में हरियाली के साथ शांत माहौल रहता है। जिससे पर्यटकों को यहां आकर काफी रोमांच एवं आनंद की अनुभूति होती है। पार्क के गेट खुलने पर बड़ी संख्या में देशी विदेशी पर्यटकों ने जंगल सफारी का आनंद लिया। पर्यटकों का कहना है वह हाथियों एवं विशेष रूप से बाघ का दीदार करने आए हैं। राजाजी टाइगर रिजर्व कॉर्बेट नेशनल पार्क के बाद दूसरा सबसे बड़ा पार्क है। जहां जंगली जानवरों के साथ जंगल का शांत वातावरण एवं हरियाली देखकर मन को काफी शांति और रोमांच का अनुभव होता है। पार्क प्रशासन द्वारा बहुत अच्छे प्रबंध किए गए हैं जिससे उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है।











