श्री निरंजनी रामलीला के छठे दिन रावण बाणासुर संवाद एवं धनुष यज्ञ किया गया मंचन
अक्षय कुमार हरिद्वार संवाददाता
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(अक्षय कुमार) हरिद्वार। श्री निरंजनी रामलीला संस्था श्रवण नाथ पार्क, चतुर्थ वार्षिकोत्सव के छठे दिन रावण बाणासुर संवाद एवम धनुष यज्ञ की लीला दिखाई गई। रावण के रूप में मंच के प्रसिद्ध कलाकार अमित बौरी ने अपनी गूंजती आवाज का जादू फैलाया और बाणासुर के रूप में पंकज चौहान ने अपनी प्रतिभा दिखाई। इसके उपरांत धनुष यज्ञ में मिथिला नगरी में देश-देश के राजा मां जानकी का वरण करने हेतु पधारे।राजाओं के रुप में ओमप्रकाश भाटिया, कृष्ण चंचल, आयुष, सुदर्शन, अर्जुन, चिराग मनोचा, आदि ने दर्शकों का मनोरंजन किया। किसी के धनुष न तोड़ पाने से राजा जनक हतोत्साहित हो कर सभा में उपस्थित राजाओं को भला बुरा कहने लगे तब लक्ष्मण जी को क्रोध आया और उसके बाद महर्षि विश्वामित्र की आज्ञा से रामचंद्र जी धनुष तोड़ दिया। राम के अभिनय में प्रकाश शर्मा, और लक्ष्मण के रूप में आकाश शर्मा दिखाई दिए। विश्वामित्र के रूप में मंच के कलाकार विजय और सीता जी के रूप में विकास शर्मा ने अभिनय किया। राजा जनक के रूप में मुन्ना पिशौरी और दरबारी के रुप में बहुमुखी कलाकार श्लोक कुर्ल ने अभिभूत कर दिया। धनुष टूटने पर परशुराम जी अनिष्ट की आशंका से विचलित होकर राजा जनक के दरबार में आ गए। वहां महादेव के धनुष को खंडित देख परशुराम अत्यंत कुपित हो गए। यहां लक्ष्मण जी और परशुराम का जीवंत संवाद के दृश्य को दर्शकों ने भरपूर सरहाना दी। परशुराम के अभिनय को मंच के निर्देशक समीर शर्मा ने जीवंत किया। निर्देशक की अनुपस्थिति में मंच का निर्देशन वरिष्ठ कलाकार अमित बौरी और उदयीमान कलाकार श्लोक कुर्ल ने किया। श्री निरंजनी रामलीला संस्था के मंच पर बुधवार रात्रि में मुख्य अतिथि के रूप में मंच के संरक्षक और नगर निगम के निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल (गुड्डू) और सुभाष गुप्ता ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। साथ ही बुधवार को श्री निरंजनी रामलीला संस्था के मंच पर व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष सुनील सेठी, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय सैनी, वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव वर्मा, हरिद्वार की गूंज समाचार पत्र के पत्रकार रवि चौहान, राजेश कुमार साथ ही दीर्घा से उत्तराखंड प्रहरी के एडिटर सुमित तिवारी ने मंच पर आकर श्री निरंजनी रामलीला संस्था के समस्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं।