खुलासा: किराए का कमरा देखने के बहाने बुजुर्ग से था लूट का प्लान
मंसूबा कामयाब न होने पर पहचान छिपाने को की हत्या, 2 गिरफ्तार
(राजेश कुमार) देहरादून। बीती सोमवार को थाना बसन्त विहार के पॉश रिहायशी इलाके अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी से रिटायर्ड 75 वर्षीय इंजीनियर की हत्या के ब्लाइंड केस का दून पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्या करने वाले 2 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्त बुजुर्ग के घर मे किराए का कमरा देखने के बहाने घुसे थे और बुजुर्ग को अकेला देख उन्हें लूटने का प्लान बनाया पर घर मे कुछ भी न मिलने पर बुजुर्ग द्वारा उनकी पहचान जाहिर कर देने के डर से अभियुक्तो ने बुजुर्ग की हत्या कर दी थी।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 9 दिसंबर को बसन्त विहार पुलिस को अलकनन्दा एनक्लेव में स्थित एक घर से एक बुजुर्ग व्यक्ति के चिल्लाने की ।आवाज आने की सूचना दी गयी थी,मौके पर पुलिस द्वारा एक घर के बाथरूम से एक बुजुर्ग को घायल अवस्था मे पाया था जिनके पेट व गले पर गहरे घाव के निशान थे।चिकित्सको ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया था। मृतक की पहचान 75 वर्षीय अशोक कुमार गर्ग के रूप में हुई थी। मौके पर पुलिस को लूट व जबरन घर मे प्रवेश के कोई साक्ष्य नही मिले। घटना के सम्बंध में मृतक के भाई आदेश कुमार गर्ग द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी।
कप्तान अजय सिंह ने बताया कि घटना के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर आस पड़ोस के लोगों ने बुजुर्ग के चिल्लाने के साथ कुछ व्यक्तियों द्वारा उनसे पासवर्ड पूछे जाने की आवाज़ आने की बात कही थी। किन्तु मौके पर कोई सीसीटीवी न होने व बुजुर्ग के अकेले रहने के चलते पुलिस के लिए बुजुर्ग की हत्या ब्लाइंड केस था।
घटना के खुलासे के लिए 8 अलग अलग पुलिस टीम बनाई गई थी। पुलिस टीमो द्वारा घटनास्थल को आने वाले अलग-अलग रास्तों में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया व सर्विलांस के माध्यम से घटना के विषय मे जानकारी जुटाई गई। सीसीटीवी खंगालने पर पुलिस को 2 संदिग्ध व्यक्ति घटनास्थल से पीछे सतोवाली घाटी से गांधी ग्राम तथा जीएमएस रोड़ पर जाते हुये दिखाई दिये पर रात होने के चलते पुलिस को उनके हुलिए की जानकारी नही हुई। हालांकि पुलिस टीम ने अभियुक्तो के कपड़ो से मामले में लीड प्राप्त की। अभियुक्तो को ट्रैक करते हुए पुलिस ने जीएमएस रोड़ पर लगे सीसीटीवी कैमरों में दोनो अभियुक्त को एक लाल रंग के ई रिक्शा में बैठकर मिलन बिहार कट तक जाते हुये देखा जहां मिलन बिहार कट के पास अभियुक्त उक्त ई रिक्शा से उतरे। पुलिस द्वारा मिलन बिहार कट के आस- पास दो से तीन किलोमीटर के दायरे में लगे लगभग 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले पर दोनों अभियुक्त किसी भी कैमरें में बाहर की ओर जाते हुये नहीं दिखे तथा रात्रि का वक्त होने के कारण ई रिक्शा तथा अभियुक्तों के सम्बन्ध में पुलिस टीम को कोई खास जानकारी प्राप्त नही हो पायी। जिसपर पुलिस द्वारा लाल रंग के ई-रिक्शा को तलाशने को दो टीम बनाई गई जिनके द्वारा जीएमएस रोड़ आईएसबीटी व उसके आस पास वाले मार्गों पर चलने वाले लगभग 400 से 500 लाल रंग के ई रिक्शा चालकों का सत्यापन कर पूछताछ की। जिस दौरान एक ई रिक्शा चालक द्वारा घटना की रात दो व्यक्तियों को जीएमएस रोड़ से मिलन बिहार कट तक छोड़ाने व किराए में केवल पांच रूपये देने की बात बताई। ई रिक्शा चालक द्वारा अभियुक्तों को जिस जगह छोड़ा वहां अंदर गली में एक स्कूटी भी खड़े होने की जानकारी दी गयी। जिसपर पुलिस ने उक्त मार्ग पर उक्त स्कूटी की तलाश की गई, कैमरों में पुलिस को संदिग्ध व्यक्तियों के हुलिये से मिलते जुलते 03-04 स्कूटी सवार व्यक्तियों की फुटेज प्राप्त हुई पर सीसीटीवी फुटेज में स्कूटी का नम्बर स्पष्ट नही दिखा। स्कूटी हालांकि यू0के0 07 सिरीज के होने पर पुलिस टीम द्वारा दोपहिया के शोरूम में जाकर स्कूटी के मॉडल,उक्त रंग की गाड़िया की संख्या की जानकारी जुटाई। पुलिस टीम को वाहन शो रूम से लगभग 125 स्कूटियों के उक्त सिरीज में पंजीकृत होने की जानकारी मिली, जिस पर उक्त सभी संदिग्ध स्कूटी नम्बरों की जानकारी लेते हुये टीम द्वारा उनके सत्यापन की कार्यवाही की गयी तो घटना के समय उनमें से एक वाहन स्वामी की लोकेशन घटना स्थल व उसके आस पास के क्षेत्र में होने की जानकारी हुई। जिसपर पुलिस टीम ने बताया उक्त स्कूटी के लिए उक्त एरिया में सर्च आपरेशन चलाते हुए संदिग्ध स्कूटी को इन्द्रानगर क्षेत्र में मॉउण्ट फोर्ड एकेडमी के पास एक पार्क में खड़ा पाया। पुलिस को उक्त पार्क के आसपास काफी संख्या में फ्लैट दिखाई दिए,जिसपर पुलिस ने उक्त फ्लैट में अभियुक्तो के उक्त फ्लैट में होने की आशंका जताई।
वहीं कल बुधवार देर रात पुलिस कप्तान द्वारा एसपी सिटी व अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ घण्टाघर में मीटिंग करते हुए उक्त क्षेत्र की मैपिंग करते हुए अलग अलग टीमों का गठन कर वहां से बाहर निकलने के सभी रास्तों, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति आदि की जानकारी एकत्रित करने का टॉस्क दिया व मुखबिरी तंत्रो को उक्त फ्लैट्स मव रहने वाले युवको की जानकारी निकालने को कहा।
अलग अलग पुलिस टीम द्वारा पूरे इलाके की मैपिग तथा जानकारियाँ एकत्रित करने के उपरान्त अलग अलग टीमों द्वारा उक्त आवासीय कॉलोनी में स्थित फ्लैटों में आज अचानक चैकिंग अभियान चलाते हुये कॉलोनी के एक फ्लैट से संदिग्धों के हुलिये से मिलते जुलते दो युवको नवीन कुमार चौधरी(36) पुत्र चरण सिंह निवासी- खेड़ी थाना दौराला जिला मेरठ उ0प्र0 उम्र-36 वर्ष। हाल पता माउण्ट फोर्ड एकेडमी के पास इन्द्रानगर बसन्त बिहार व अनन्त जैन(29) पुत्र श्रवण कुमार जैन निवासी- बड़े मन्दिर के पास जैन मौहल्ला बड़ोत थाना बड़ोत जिला बागपत उ0प्र0। हाल पता मकान न0-75 अलकनन्दा एनक्लेव जीएमएस रोड़ देहरादून को पकड़ा, जिनके कब्जे से पुलिस ने मृतक का पर्स, 1500 रूपये नगद, मृतक का एटीएम कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद किया।
पूछताछ में अभियुक्तो ने बुजुर्ग की हत्या करना व पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्या के समय पहने कपड़ों तथा घटना में प्रयुक्त पेपर कटर को एक स्थान पर एक सूखे नाले में फेंकने की जानकारी दी है।
पूछताछ में अभियुक्त नवीन कुमार ने भी बताया कि वह पेस्ट कन्ट्रोल का कार्य करता है व उसकी पत्नी गर्भवती है, जिसके चलते वह भू तल पर किराये का कमरा ढ़ूढ रहा था। उसने फाइनेन्स पर लोन दिलवाने वाले अपने दोस्त अनंत कुमार से बात की तो उसने अपनी कॉलोनी अलकनन्दा एनक्लेव में एक बुजुर्ग व्यक्ति के मकान में भू तल पर कमरा खाली होने की जानकारी दी व घटना वाले दिन दोपहर में दोनो अशोक गर्ग के घर कमरा देखने गए जहां मृतक अशोक गर्ग द्वारा केवल परिवार वालो को ही कमरा देने की बात कही,जिसपर अभियुक्त द्वारा शाम को एडवांस देने की बात कही गयी।
चूँकि दोनों अभियुक्त आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे इसलिये उनके द्वारा मृतक अशोक गर्ग को डरा धमकाकर उनसे पैसे लेने की योजना बनायी। शाम के समय दोनों अभियुक्त मृतक अशोक गर्ग के घर कमरा देखने के लिये गये, इस दौरान मृतक द्वारा दोनों अभियुक्तों के लिये चाय बनायी बातचीत के दौरान दोनों अभियुक्तों को टेबल पर पड़ी मृतक की पासबुक से उसके खातों में काफी पैसा होने की जानकारी मिली जिस पर दोनों अभियुक्त मृतक को कमरा दिखाने के बहाने घर के पिछले हिस्से में ले गये जहाँ उनके द्वारा मृतक अशोक गर्ग को अपने पास रखे पेपर कटर से डराकर पैसों की मांग की मृतक द्वारा दोनों को अपना पर्स देते हुये बताया कि वह अपने पास नगत पैसा नहीं रखता है तथा सार ट्राजेक्शन ऑनलाईन करता है, जिस पर अभियुक्तों द्वारा मृतक से उसके एटीएम का पिन बताने का दबाव बनाया गया तथा उसके द्वारा आनाकानी करने पर उसे डराने के उदेश्य से अपने पास रखे पेपर कटर से उसके सीने पर वार कर दिया पर घाव गहरा लगने के कारण मृतक का खून बहने लगा तथा वह चिल्लाने लगा इस बीच आसपास के लोगों के गेट पर आ जाने तथा आवाज लगाने पर दोनों अभियुक्त डर गये तथा मृतक पर वार कर मौके से फरार हो गये, घटना के बाद रात्रि में दोनों अभियुक्त अपने घर गये तथा पुलिस को गुमराह करने के उदेश्य से अगले दिन घटना के समय पहने हुये कपड़े तथा घटना में प्रयुक्त पेपर कटर को अनयत्र स्थान पर फेंक दिया। घटना का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र महोदय द्वारा 25 हज़ार रुपये के पुरुस्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की है।