हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार के निर्देशों के क्रम में भगवानपुर विकासखंड के अंतर्गत फॉर्म और नॉन-फार्म आधारित एंटरप्राइजेज की स्थापना तेजी से की जा रही है। इसी दिशा में हरिद्वार कार्यालय में जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामोत्थान परियोजना द्वारा विकासखंड भगवानपुर के 15 लाभार्थियों के बैंक ऋण दस्तावेजों की समीक्षा की गई। इस जांच का उद्देश्य उनकी पात्रता सुनिश्चित करना था, जिससे उन्हें परियोजना की सहायता राशि प्रदान की जा सके और उनका व्यवसाय आसानी से स्थापित हो सके। इन 15 लाभार्थियों में 8 लोग बकरी पालन, 6 लोग मधुमक्खी पालन (बी कीपिंग) और 1 व्यक्ति प्रोविजन स्टोर (नॉन-फार्म एंटरप्राइज) के व्यवसाय में शामिल हैं।
जिला परियोजना प्रबंधक ने लाभार्थियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उनके व्यवसायों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा उन्हें उनके व्यवसाय को अधिक कुशलता से संचालित करने हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए गए, ताकि वे अपने कार्य को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सकें।
यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने, आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देने, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। फॉर्म और नॉन-फार्म एंटरप्राइजेज के इस विकास से न केवल स्थानीय उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिरता भी स्थापित होगी।