ऋषिकेश परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा के दौरान 16000 वाहनों के यात्रियों के यात्रा रजिस्ट्रेशन की की गई जांच
यात्रा आरम्भ से अभी तक की जांच के दौरान 699 बिना रजिस्ट्रेशन पाए जाने वाले यात्रियों को किया वापस
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड चारधाम यात्रा जो कि 10 मई को प्रारंभ कर दी गई थी। जिसमें सरकार द्वारा यात्रा को सकुशल संपन्न कराने हेतु यात्रा रजिस्ट्रेशन से ही यात्रा करने के निर्देश दिए गए थे जिसमें यात्रियों को धामों में दर्शन करने में किसी तरह की असुविधा न हो। वहीं उत्तराखंड प्रशासन द्वारा भी चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन इस वर्ष चारधाम यात्रा के शुरू होने से ही भारी संख्या में यात्रियों का आना शुरु हो गया जिसमें चारधाम यात्रा मार्ग पर वाहनों की लम्बी कतारें देखी जा रही थी तो वहीं धामों में भी व्यवस्थाएं भी बाधित हो रही थी। लगातार बड़ रही भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन विभाग द्वारा यात्रा मार्गों पर चेक पोस्ट बनाए गए जिसमें सभी वाहनों की जांच कर यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की भी जांच करने के निर्देश जारी किए गए थे। वहीं बिना यात्रा रजिस्ट्रेशन पाए जाने वाले यात्रियों को वापस भेजे जाने के निर्देश दिए गए। जिसमें ऋषिकेश परिवहन विभाग द्वारा अभी तक 34330 ट्रिप कार्ड जारी किए गए हैं तो वहीं 04 अप्रैल से 06 जून तक 27592 ग्रीन कार्ड बनाए गए हैं। वहीं ऋषिकेश एआरटीओ अरविन्द पाण्डेय के नेतृत्व में दो चेक पोस्टों पर वाहन चेकिंग किए जा रहे हैं वहीं एआरटीओ अरविन्द पाण्डेय ने बताया कि यात्रा को सकुशल संपन्न कराने में उत्तराखंड प्रशाशन बेहतर प्रयास कर रहा है वहीं उत्तराखंड परिवहन विभाग द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन से आने वाले वाहनों की जांच के निर्देश दिए गए थे कराए जिसमें ऋषिकेश परिवहन विभाग द्वारा ऋषिकेष गंगोत्री मार्ग स्थित भद्रकाली चेक पोस्ट व ब्रह्मपुरी, ऋषिकेश, केदारनाथ, बद्री नाथ मार्ग चेक पोस्ट पर अभी तक 16000 वाहनों की जांच की गई, जिसमें 699 यात्रियों के पास यात्रा रजिस्ट्रेशन नहीं पाए गए रजिस्ट्रेशन नहीं पाए गए। जिस कारण बिना रजिस्ट्रेशन पाए जाने वाले यात्रियों को वापस किया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष क्षमता से अधिक यात्रियों के पहुंचने से सड़कों पर जाम की स्थिति पैदा हो रही थी। वहीं धामों में भी व्यवस्थाएं बाधित हो रही थी। जिसमें सुरक्षा के दृष्टिगत यात्रियों की सुविधा हेतु यात्रा रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। उन्होंने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से भी अपील करते हुए बताया कि यात्रा को सकुशल संपन्न कराने में उत्तराखंड प्रशाशन एवं पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। यात्रा रजिस्ट्रेशन के आधार पर अपनी निर्धारित तिथि में ही यात्रा करने आएं। जिससे सभी यात्रियों को सभी धामों में आसानी से दर्शन हो सकें।