हरिद्वार

बहादुरपुर जट में हुआ श्री रामलीला का शुभारंभ

गगन शर्मा सह सम्पादक

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। देर रात रामलीला समिति बहादुरपुर जट के द्वारा रामलीला का शुभारंभ किया गया। रामलीला मंच का उद्घाटन ग्राम प्रधान राजेश वर्मा के द्वारा फीता काटा कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों को रामलीला शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमें रामचंद्र जी के चरित्र से शिक्षा लेनी चाहिए, उनके चरित्र और व्यवहार को अपने जीवन में उतरना चाहिए। इस अवसर पर रामलीला के डायरेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि रामलीला के प्रथम दिन श्रवण कुमार का दृश्य दिखाया गया। सरवन कुमार अपने माता-पिता को कावड़ में बैठकर धार्मिक यात्रा पर ले जाते हैं। अयोध्या के पास आने पर श्रवण कुमार के माता-पिता को प्यास लगती है वो श्रवण कुमार को पानी लाने के लिए कहते हैं। श्रवण कुमार निकट ही नदी में पानी लेने जाते हैं। इसी दौरान दशरथ वहां पर शिकार करने के लिए आता है, दशरथ को लगता है कि कोई हिरण पानी पी रहा है। वह शब्दभेदी बाण चला देता है। जिससे श्रवण कुमार घायल हो जाते हैं। दशरथ घायल श्रवण कुमार के पास पहुंचते हैं उन्हें अपनी गलती का एहसास होता है। वह श्रवण कुमार से माफी मांगते हैं। श्रवण कुमार उन्हें अपने माता-पिता के लिए पानी ले जाने को कहते हैं हुए दम तोड़ देते हैं। दशरथ श्रवण कुमार के माता-पिता के पास पानी लेकर पहुंचते हैं। परंतु पुत्र के वियोग में दोनों माता-पिता भी दशरथ को श्राप देकर दम तोड़ देते हैं। दूसरी ओर रावण, कुंभकरण और विभीक्षण जंगल मे घोर तपस्या करते हैं। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान ब्रह्मा प्रकट होते हैं।और उन्हे वरदान देते हैं। वरदान पाकर रावण लंका नगरी पहुंचता है। वहां पर वह मेघनाथ और सेनापति को आदेश देता है कि आप लोग जाओ और राज्य कर लेकर आओ मेघनाथ साधू सन्यासियों के रक्त से भरा घड़ा दरबार में लेकर आता है रावण उस घड़े को जनक के राज्य में गाड़ने का आदेश देता है l
रामलीला के उद्घाटन के अवसर पर रामलीला के प्रधान धीर सिंह, डायरेक्टर धर्मेंद्र चौहान, राकेश उर्फ कुक्कू फकीरचंद वर्मा, विनोद चौधरी, ललित चौधरी, शिव चौधरी, रिंटू कश्यप, योगेंद्र कश्यप, रवि चौधरी, रवि कश्यप, अमित सैनी, रमेश कुमार, अशोक शर्मा, सुभाष चौधरी, चंद किरण सिंह, चंद्रशेखर यादव, धर्मेंद्र गुड्डू, प्रदीप पाल, मास्टर छोटा लाल, साउंड मास्टर बाबूराम रवि, कृष्ण पाल, पवन कश्यप, अमन कश्यम, पुष्पेंद्र चौधरी, सागर प्रजापति आदि उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button