श्यामपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, ब्लाइंड मर्डर केस का एसएसपी ने किया खुलासा
राजेश कुमार उत्तराखंड प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। हरिद्वार पुलिस द्वारा ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए बताया कि 9 नवंबर को चंडी देवी मंदिर पैदल मार्ग से सटे जंगल में करीब 32 वर्षीय एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ। घटनास्थल पर मृतका के पहने कपड़ों एवं अन्य जूतियों के अलावा खून से सना हुआ एक चाकू, एक पैन के अलावा कोई अन्य साक्ष्य नहीं मिले थे। वहीं अज्ञात शव की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई सामाचार चैनलों पर भी घटना को ब्रेकिंग न्यूज के तौर पर प्रसारित होने लगी। महिला सम्बंधी अपराधों के प्रति गंभीर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल को घटना की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी स्वतंत्र सिंह, सीओ सिटी जूही मनराल, श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, फॉरेंसिक टीम व अन्य मातहत अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। और मौके से मौजूद हर तथ्य का बारीकी से निरीक्षण कर घटना के शीघ्र खुलासे के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए टीमें गठित की गई।
जिस पर थाना स्तर पर पुलिस टीम को अज्ञात शव की शिनाख्त का टफ टास्क दिया गया था। क्योंकि जंगल के सुनसान इलाके में बरामद शव के आस पास व मुख्य सड़क पर कोई सी सी टी वी कैमरे नहीं थे। वहीं चंडी देवी मंदिर पर भी मात्र दो ही सी सी टी वी कैमरे चल रहे थे। जिस पर पुलिस के लिए महिला की पहचान करना और साक्ष्य जुटाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। जानकारी के अनुसार मृतका के हुलिए से मिलते जुलते लोगों से पुलिस टीम द्वारा बैरागी कैंप, रोड़ी बेलवाला, ज्वालापुर, सराय, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन एवं अन्य बिहारी बाहुल्य क्षेत्र में महिला की शिनाख्त हेतु लगातार प्रयास किए गए। वहीं दूसरी टीम द्वारा घटनास्थल के 5 किलोमीटर के रेडियम में स्थित सभी सी सी टी वी कैमरे फुटेज को जुटाकर उनका बारीकी से विश्लेषण किया गया। जिसमें पुलिस चौकी चंडीघाट, चंडीघाट चौक, चंडी देवी मंदिर, काली माता मन्दिर, 4.2 तिराहा आदि कैमरे शामिल थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मृत्यु के संभावित समय के आधार पर सैकड़ों सी सी टी वी फुटेज के विश्लेषण करने पर मृतका के हुलिए की मिलती जुलती एक महिला की एक पुरुष के साथ चंडी घाट हरकी पैड़ी, मनसा देवी मार्ग व अपर रोड पर चहल कदमी दिखी। जबकि कुछ समय बाद उक्त पुरुष अकेले ही पहले पैदल और फिर ऑटो में जाता हुआ देखा गया।
वहीं टीम द्वारा उक्त पूरे रुट में फुटेज विश्लेषण एवं ऑटो चालक से पूछताछ के आधार पर सिडकुल क्षेत्र पहुंची। श्यामपुर थाना पुलिस टीम ने परमानंद विहार कालोनी की तरफ उक्त व्यक्ति को देखे जाने का सुराग मिलते ही उक्त कालोनी में हजारों किरायेदारों की योजना के तहत दिन रात एक करते हुए डोर टू डोर चेकिंग की गई। कई टीमों द्वारा वहां की गली गली व मोहल्ले में घूमकर बिना रुके थके मृतका व संदिग्ध की फ़ोटो को लोगों को दिखाते हुए पहचान के लगातार प्रयास किए गए। वहीं दूसरी ओर थाना सिडकुल में पूर्व में किए गए किराएदारों के सत्यपान से भी टीम द्वारा जानकारी जुटाई गई। टीमों द्वारा कई दिनों तक योजनाबद्ध तरीके से हरिद्वार पुलिस की दिन रात की गई मेहनत के परिणामस्वरूप संदिग्ध व्यक्ति की पहचान अजय निवासी बदायू के रुप में हुई। संदिग्ध की पहचान पुलिस टीम के लिए अहम सुराग था। उक्त जानकारी के आधार पर एक टीम तत्काल बदायूं उत्तर प्रदेश के लिए रवाना की गई तो वहीं दूसरी टीम द्वारा संभावित स्थानों पर मुखबरी सक्रिय कर तलाश की गई। हर तरह से प्रयासों के साथ ही पुलिस टीम ने आखिरकार संदिग्ध व्यक्ति को 15 नवंबर को मुखबिर की सूचना पर थाना सिडकुल क्षेत्र रोशनाबाद से दबोचने में कामयबी हासिल की गई। पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ करने पर अभियुक्त अजय ने युवती की हत्या करने का जुर्म स्वीकार किया गया है। पुलिस टीम द्वारा लगातार कड़ी मेहनत से सफलता मिलने पर आई जी गढ़वाल द्वारा दस हजार व हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पांच हजार के नगद ईनाम की घोषणा करते हुए टीम की सराहना की गई।
वहीं हत्या की वजह सिडकुल क्षेत्र में मेल मिलाप होने पर अभियुक्त अजय ने गैर समुदाय की युवती को बदायूं लेजाकर उससे विवाह कर लिया था लेकिन कुछ दिनों बाद ही मृतका रिश्तेदारी में जाने का बहाना बनाकर गायब हो गई। तभी से अभियुक्त अजय अपनी पत्नी की लगातार तलाश कर रहा था। रोजगार के लिए वापस हरिद्वार लौटे अजय को जब उसके कुछ दोस्तों से पता चला कि उसकी पत्नी यहीं हरिद्वार में किसी लड़के के साथ मिलकर रह रही है। तभी से उसने अपनी पत्नी को तलाश कर पुनः साथ रहने के लिए मनाया और अपने साथ किराए के कमरे में ले गया। लेकीन दोनों के बीच में छोटी छोटी बातों को लेकर मनमुटाव होने लगा और आए दिन झगड़ा होने लगा। इस पर अजय ने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार किया। घटना के दिन दिनांक 8.11.2023 को अभियुक्त अपनी पत्नी को मन्दिर घुमाने के बहाने से हरिद्वार लाया। लेकिन कहीं सुनसान जगह नहीं मिलने पर अजय उसे हरकी पैड़ी से होते हुए पैदल ही चंडी देवी मंदिर की ओर जाने लगे। रास्ते में मनमाफिक जगह दिखने पर अभियुक्त अजय ने थक जाने का बहाना बनाकर बैठने के बहाने अपमी पत्नी को जंगल के सुनसान इलाके में ले गया। अभियुक्त अजय ने भावनात्मक रूप से नाराजगी जताते हुए पहले तो चाकू निकालकर अपने हाथ पर तीन चार बार वार किए और तभी गुस्से में आकर अपनी पत्नी पर चाकू से वार करने का प्रयास किया लेकिन मृतका के विरोध करने पर चाकू छिटककर किनारे गिर गया। अभियुक्त अजय ने मृतका के ऊपर बैठकर उसका गला दबाकर हत्या को अंजाम दिया और अपने आप को बचते बचाते हुए पैदल चलकर बस अड्डे पहुंचा जहां से ऑटो से सिडकुल वाले कमरे पर पहुंचा। जहां अभियुक्त ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। और तभी अपने गांव बदायू चला गया। अभियुक्त दीवाली के बाद कल दिनांक 15.11.2023 को ही अपने गांव से वापस हरिद्वार आया था। जहां से वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। अभियुक्त को पकड़ने वाली पुलिस टीम में सीओ सिटी जूही मनराल, थानाध्यक्ष श्यामपुर नितेश शर्मा, उप निरीक्षक शशि भूषण जोशी, उप निरीक्षक बलवंत पंवार, उप निरीक्षक अशोक रावत, उप निरीक्षक विनय मोहन, हेड कांस्टेबल प्रेम थाना ज्वालापुर, कां0 रमेश कुमार, कां0 अनिल रावत, कां0 तेजेन्द्र, कां 0 बलवंत निर्मल, गजेन्द्र, सुनील तोमर, कां0 वसीम एस ओ जी शामिल रहे।