हरिद्वार

गाधारोना में खनन माफियाओं का आतंक, राहगीरों की जान के साथ खिलवाड़

मोहम्मद आरिफ उत्तराखंड क्राइम प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। रुड़की तहसील क्षेत्र के ग्राम गाधारोना में परमिशन की आड़ में खनन माफियाओं का आतंक, मिट्टी से भरे ओवरलोड वाहन बेखौफ होकर दौड़ते हुए खनन माफियाओं के रोड पर, दे रहे हैं प्रशासन को बड़ी चुनौती, और उच्चधिकारियों के आदेशों की उड़ाई जा रही है खुल्लम-खुल्ला धज्जी। आपको बता दे कि खनन माफियाओं ने खनन विभाग से लंढौरा क्षेत्र के गांव गाधारोना में मिट्टी की परमिशन करवा रखी है। खनन माफिया मिट्टी परमिशन के आड़ में बेखौफ होकर अवैध मिट्टी उठा रहा है। खनन माफिया ने सोची समझी चतुराई भरी अकल से काम लेते हुए एक बड़े टिल्ला नमा जमीन में अपनी परमिशन कराई है। टिल्ला नुमा जमीन होने के कारण खनन माफिया इस जमीन का भरपूर फायदा उठा रहा है। इस भूमि से जितनी भी मिट्टी उठा ली जाए वह देखने में काम ही नजर आएगी, क्योंकि टीला जमीन की ऊंचाई लगभग 25 से 35 फिट है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खनन माफिया बिना रमन्ने के अपने मंसूबों को कामयाब कर मिट्टी से भरे डंपर रोड पर दौड़ा रहा है। और अवैध मिट्टी उठाकर प्रशासन को दबंगई के साथ रसूखदार प्रशासन को खली चुनौती देने में लगा है। वही खुफिया तंत्र बता रहे हैं कि खनन माफिया ने विभाग द्वारा दी गई परमिशन से ज्यादा मिट्टी उठा ली है। जिस कार्य में लगभग दो दर्जन से अधिक डंपर और पोपलाईन मशीनें धरती का सीना चीरने में लगी है। बेखौफ खनन माफिया अपने मंसूबों को पंख लगाते हुए मिट्टी से भरे ओवरलोड डंपर सड़कों पर दौड़ने में भी पीछे नहीं है खनन माफिया के कई दर्जन ओवरलोड मिट्टी से भरे डंपर सोलानी नदी के पास से निकल कर लंढौरा क्षेत्र में अपनी दस्तक देते हुए अपनी मंजिलों तक प्रस्थान कर भू माफियाओं के द्वारा काटी जा रही कॉलोनी का पेट मिट्टी से भरने में लगे हैं और लंढौरा क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र से तेज गति से निकलकर राहगीरों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की जान के साथ भी खिलवाड़ कर रहा है। जिनको रोकने टोकने वाला कोई नहीं है। खुफिया सूत्र बता रहे हैं कि खनन माफिया को स्थानीय प्रशासन का भी श्रेय प्राप्त है। जो लंढौरा की सरजमीं पर डंपरों की बॉडी से ऊपर अला धून मिट्टी भर कर सड़क पर उड़ते हुए अपनी ताकती दस्तक की हनन दिखाने में लगे हैं।। मिट्टी से भरे ओवरलोड डंपर नेशनल मार्ग से धूल उड़ाते हुए ऐसी तेज प्रगति से दौड़ रहे हैं जैसे की आंधी तूफान चल रहा हो, आखिरकार स्थानीय प्रशासन मिट्टी से भरे ओवरलोड वाहनों पर मेहरबान क्यों है, जबकि अगर कोई छोटा वाहन अवरलोड होकर कहीं को गुजरने का प्रयास करता है तो स्थानीय पुलिस प्रशासन उसको दबोच लेता है, लगभग पंद्रह दिनों से मिट्टी से भरे अवरलोड वाहन गांव गाधारोना से निकलकर लंढौरा चौकी पुलिस के सामने से गुजर कर स्थानीय क्षेत्रों का भराव करने में लगे हैं। अगर रुड़की लक्सर हाईवे मार्ग की बात की जाए, तो इस मार्ग पर यात्रियों की गाड़ियों का ताता लगा रहता है। एक के पीछे एक छोटी बड़ी गाड़ी मार्ग पर दौड़ती है। जिससे रुड़की लक्सर मार्ग छोटी बड़ी गाड़ियों से भरा रहता है और ऐसे में तेज गति से मिट्टी से भरे अवरलोड डंपरो की कतार किसी बड़ी दुर्घटना को भी अंजाम दे सकती हैं। फिर भी स्थानीय पुलिस प्रशासन जागने को तैयार नहीं है। वही लंढौरा चौकी पुलिस अपने उच्चधिकारियों के आदेश के विरुद्ध जाकर खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद कर उनके मिट्ट से भरे अवरलोड वाहनों को दौड़ने में लगी हैं। और स्थानीय चौकी में तैनात नौजवानों की बात की जाए तो यहां के प्रत्येक पुलिसकुर्मी अपने कर्तव्य को दरकिनार कर खनन माफियाओं को श्रेय देने में लगे हैं क्योंकि गाधारोना गांव लंढौरा चौकी क्षेत्र के आधीन आता है। उसके बावजूद भी लंढौरा पुलिस सचेत नहीं है। जिसका फायदा उठाकर खनन माफिया गाधारोना गांव से अपने कई दर्जनों ड़परो में ओवरलोड मिट्टी भरकर अपने मंसूबों को मजबूत करने में लगा है। सूत्रों से मिली जानकारी पर अगर रुड़की तहसील प्रशासन की बात की जाए तो इनकी कार्यवाही भी खनन माफियाओं पर जीरो रही है, तहसील प्रशासन भी बिना शिकायत अपनी कुर्सियों से हिलने को तैयार नहीं होता है। यहां तक शिकायतकर्ता की शिकायत करने के बाद भी अपनी कुंभकरण नींद से जागने को तैयार नहीं होते हैं। इनके व्यवहार से ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे की खनन माफिया के तहसील प्रशासन के साथ घने संबंध हो, इन्हीं कारणों के चलते खनन माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है कि खनन माफिया ने अपने बेखौफ होकर मिट्टी से भरे ओवरलोड डंपर सड़कों पर दौड़ा रखे हैं। और बड़ी तादाद में अवैध मिट्टी चोरी कर अपनी झूठी शान की ताकत को बयां कर रहे हैं। चर्चा तो यहां तक है कि जब से मौजूदा जिला खनन अधिकारी ने जनपद की भाग दौड़ संभाली थी उस समय से ही अवैध खनन का कारोबार तेजी से जनपद में शुरू हो चुका था। जो लगातार जारी है। और अपने मौजूदा कार्यकाल में जिला खनन अधिकारी ने अवैध खनन के कारोबार करने वालों को खूब मलाई चटा रखी है। जिस पर आज तक अंकुश नहीं लग पाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अवैध खनन जनपद मुक्ति के सपनों को भ्रष्ट अधिकारियों ने जमीने दौज कर दिया है। यहां आकर जिला प्रशासन पर उंगलिएं निशान उठना लाजिमी है। क्योंकि जनपद में बैठे उच्चधिकारियों के आदेश भी खनन माफिया के हौसलों के सामने हवा हवाई होकर बौने साबित हो रहे हैं। जिन पर उच्चधिकारियों को गंभीरता से संज्ञान लेने की अति आवश्यकता है अब देखना होगा कि खबर प्रकाशित होने पर लंढौरा क्षेत्र में चल रही मिट्टी परमिशन पर किस एंगल से देखने का काम जनपदीय प्रशासन या शासन करता है। क्या अवैध खनन का खेल प्रशासन रोक सकेगा। क्या मिट्टी से भरे ओवरलोड वाहनों पर ब्रेक लगेगा। क्या खनन माफिया के बुलंद हौसलों को जनपदीय प्रशासन चकनाचूर करने का काम करेगा। या फिर प्रदेश के तेजस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों की अवहेलना ऐसे ही होती रहेगी। यह भी अपने आप में बड़े सवाल हैं। वही समाचार पत्र के अगले अंक में खबर प्रकाशित कर खनन माफियां की लोमड़ी भरी चतुराई को उजागर कर जनता के सामने उजागर किया जाएगा। और बताया जाएगा की किस तरह खनन माफिया सरकार को हानि पहुंचाने का कार्य कर रहा हैं। और बताया जाएगा कि किस तरह खनन माफिया जनता प्रशासन और शासन के साथ आंख में चोली का खेल कर अपनी तिजोरी भरने में लगा है।

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