काली तिरपाल डालकर रहने वाले संदिग्ध लोगो के सत्यापन के प्रति प्रशासन गम्भीर बने
गगन शर्मा सह सम्पादक

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। प्रशासन में मयूर दीक्षित जैसे जिलाधिकारी होते हुए हरिद्वार में जहाँ देखो काली तिरपाल डालकर संदिग्ध लोग रह रहे है। जो कि स्थानीय लोगो की सुरक्षा के लिए खतरे से कम नही। बड़े बड़े पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी इन टेंट और तम्बू नुमा मे रहने वाले संदिग्ध लोगो को देखकर नजर अंदाज करके निकल जाते है। आम जनता को दिखाने के लिए उन किरायेदारो का सत्यापन करके अपने कर्तव्य निर्वहन करते है जो सिडकुल या अन्य जगह जॉब करते है। जबकि इन जॉब करने वालो के पास वैध आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि कागज भी होते है। दूसरी ओर भगत सिंह चौक, ऋषिकुल, पंतद्वीप पार्किग, सराय, जमालपुर, पुलजटवाड़ा क्षेत्र में तम्बूओ मे रहने वाले संदिग्ध लोगो के पास मुश्किल ही कोई सरकारी कागज मिलेगा। ड्राई एरिया में भी इन तम्बुओ मे मीट माँस पकता हुआ कई बार समझसेवियो ने पकडा है। प्रदेश के मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश को सुरक्षित बनाने के लिय जो प्रयास किये जा रहे है उनको सफल बनाने में जिला प्रशासन गंभीर न दिखना स्थानीय लोगो की सुरक्षा में सेंध है। कालनेमि के तहत संदिग्ध लोगो को पकड़ना तब तक अधूरा रहेगा जब तक हरिद्वार मे एक भी तिरपाल वाले तम्बू साफ नही होंगे।











