ईवीएम में बंद हुआ मंगलौर प्रत्याशियों का भाग्य, भाजपा व कांग्रेस समर्थन कर रहे अपनी-अपनी जीत का दावा
इमरान देशभक्त रुड़की प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(इमरान देशभक्त) रुड़की। मंगलौर विधान सभा का उपचुनाव मामूली घटना के साथ सम्पन्न हो गया। चुनाव के बाद पूरे विधनसभा क्षेत्र में सभी पार्टियों के लोग अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। विधानसभा में भृमण के पश्चात पत्रकारों का ये अनुमान है कि मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन और भाजपा के करतार सिंह भड़ाना के बीच ही दिखाई दे रहा है। बसपा का मंगलौर में तीसरे नम्बर पर रहने का अनुमान है। सूत्रों के अनुसार क्षेत्र में ये भी चर्चा है कि बसपा ने भाजपा प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना से गुपचुप तरीके से सौदेबाजी कर ली थी, इसीलिए बसपा के प्रत्याशी की सक्रियता इस चुनाव में बहुत कम देखने को मिली। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा प्रत्याशी करतार सिंह भडाना ने आरम्भ से ही इस उपचुनाव में गांवों तक अपने पक्ष में माहौल बना लिया, जबकि कुछ चुनाव विश्लेषक यह मानकर चल रहे हैं की काजी निजामुद्दीन ने अपने संबंधों के बल पर समाज के हर वर्ग, जाटों, गुर्जरों, हरिजनों व मुसलमानों में अपना दबदबा कायम रखा और इसी बल पर वह चुनाव जीत सकते हैं, हालांकि भाजपा के लोग अपनी विजय को निश्चित मानकर चल रहे हैं, जिसकी प्रमुख वजह यह भी रही कि सुबे के लोकप्रिय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी, भाजपा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, महामंत्री संगठन अजय कुमार, महामंत्री आदित्य कोठारी व खिलेंद्र चौधरी, सांसद नरेश बंसल, विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान, पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, संजय गुप्ता व देशराज कर्नवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, चौधरी रविंदर सिंह पनियाला, अजीत सिंह, भाजपा जिला प्रभारी आदित्य चौहान, जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी किरण सिंह, डॉ० मधु सिंह, सूर्यवीर मलिक, पवन तोमर, पंकज नंदा, कविन्दर चौधरी, पार्षद विवेक चौधरी, मंजू भारती, पूनम प्रधान व राकेश गर्ग, चैयरमेन ओमप्रकाश चौधरी, अरविंद राठी, जिला महामंत्री प्रवीण संधू व अरविंद गौतम, दिनेश पंवार, अनीस अहमद, राजीव राणा, विकास मित्तल, पूजा नंदा, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष इंतजार हुसैन, प्रदेश महामंत्री अनीस गौड, जिला अध्यक्ष अफजाल अली सहित तमाम भाजपा की जिले की टीम ने इस उपचुनाव में जीत प्राप्त करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। इस चुनाव में सबसे आश्चर्यजनक स्थिति जो देखने को मिली वह बसपा प्रत्याशी की रही, जिनके बारे में तरह-तरह की अफवाहें जोर पकड़ती दिखाई दी। आगामी तेरह जुलाई को चुनाव के नतीजे आने से पूर्व सभी लोग इस बात के लिए लालायित हैं कि किस प्रत्याशी को विजयश्री प्राप्त होगी।कांग्रेस ने जिस तरह सुसंगठित तरीके से पूरे केंद्रीय नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, सांसद इमरान मसूद, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, गणेश गोदियाल, विधायक प्रीतम सिंह, प्रतिपक्ष नेता यशपाल आर्य तथा जनपद के समस्त कांग्रेस विधायक पूरी एकजुटता के साथ काजी निजामुद्दीन के साथ खड़े रहे।कांग्रेसियों मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस को भारी बढ़त मिलने का अनुमान है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस से भाजपा में गई वरिष्ठ नेत्री रश्मि चौधरी का कहना है की करतार सिंह भड़ाना लगभग दस वोटों से विजयश्री प्राप्त करेंगे, उधर बसपा के कई नेता अभी भी आश लगाए हैं के उनको इस चुनाव में उत्तराधिकार के रूप में विजयश्री मिलेगी।ये तो आने वाला समय ही बताया कि ऊंट किस करवट बैठता है और किसको मंगलौर विधानसभा का ताज हासिल होता है, बरहाल मुख्य मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के दरमियान ही माना जा रहा है और बसपा की स्थिति शुरू से ही इस विधानसभा उपचुनाव में काफी कमजोर दिखाई दी।