शिफ्ट होने जा रहा हरिद्वार का बस अड्डा, अमलीजामा पहनाने का कार्य शुरू
रजत चौहान प्रधान सम्पादक

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। एक ओर जहां हरिद्वार का संपूर्ण व्यापारी हरिद्वार-ऋषिकेश कोरिडोर को लेकर पहले से ही काफी चिंतित नजर आ रहा है, जिससे उसकी आजीविका पर इसका सीधा प्रभाव पड़ने वाला है, ऐसे में अब हरिद्वार का बस अड्डा शिफ्ट होने जा रहा है। इसी कड़ी में जगजीतपुर स्थित डीएवी स्कूल के सामने की जगह पर सर्वे का काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि इसकी शुरूआज आज शुक्रवार की शाम को एआरटीओ नेहा शर्मा के नेतृत्व में की गयी और सर्वे का काम शुरू किया गया, जिससे संपूर्ण हरिद्वार के व्यापारियों में हड़कंप मच गया है, हालांकि गत दिवस हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित महायोजना 2041 के दशार्य गये बिंदुओं में से सबसे महत्वपूर्ण विकास के नाम पर बाजारों को उजाड़ने व हरिद्वार शहर के हृदय स्थल बस अड्डे को निर्जन स्थान पर ले जाने के विरोध में प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के बेनर तले अपर रोड़ पर संरक्षक तेजप्रकाश साहू के संचालन में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें विभिन्न क्षेत्र से आये व्यापारी प्रतिनिधियों ने सहभागिता की थी। विरोध प्रदर्शन के दौरान मौजूद व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि हरिद्वार के पौराणिक तीर्थ स्थल हैं। जबकि वर्तमान सरकार की सोच वाला पर्यटन स्थल हरिद्वार की भौगोलिक परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं। इसी बाजार व गलियों से प्रशासन के आंकड़े जाते हैं। कहा कि 12 दिवसीय कावड़ मेलों में प्रतिवर्ष लगभग 4 करोड़ यात्री जल भरकर जाते हैं, जिसमें प्रशासन द्वारा अपने अधिकतम लाभ के लिए संपूर्ण खुली सरकारी जमीनों पर अस्थायी अतिक्रमण भी आबाद कराया जाता है। हरिद्वार के प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि जो की हरिद्वार की वास्तविक स्थित का ज्ञान नहीं रखते हैं। वहीं, लोगों के विकास के नाम पर तोड़फोड़ समर्थन करते हैं। कहा कि आज हरिद्वार में व्यवस्था बनाने के आवश्यकता है अतिक्रमण चाहे वह स्थाई हो या अथवा अस्थाई सरकारी जमीनो पर हो तुरंत हटाया जाए। जांच आयोग में दी गई रिपोर्ट के आधार पर संपूर्ण मेला भूमि को खाली कराया जाए। उक्त भूमि का प्रबंध मेला प्राधिकरण को पुनः जीवित कर उसके सपुर्द की जाए। बहरहाल जिस प्रकार से व्यापारी लामबद्घ होकर हरिद्वार-ऋषिकेश कोरिडोर का विरोध कर रहे थे, जिससे कोई सबक न लेते हुए राज्य सरकार ने अब व्यापारियों की मांगों को दरकिनार करते हुए बस अड्डे के सर्वे का कार्य शुरू कराकर यह साबित कर दिया है कि सरकार विकास के आगे व्यापारियों की एक नहीं सुनेगी और जिस प्रकार बस अड्डे के सर्वे का कार्य शुरू किया गया है, उसी प्रकार हरिद्वार-ऋषिकेश कोरिडोर का कार्य भी पूरा ही किया जाएगा।