उत्तराखंड

थाना नानकमत्ता क्षेत्र में लूट के मास्टरमाइंड जोगा सिंह सहित अन्य दो को किया गिरफ्तार

राजेश कुमार उत्तराखंड प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) नानकमत्ता। जानकारी हो की बीती 14 फरवरी को हुई लूट की घटना के शीघ्र खुलासे के संबंध में एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देशानुसार थानाध्यक्ष नानकमत्ता के नेतृत्व में एक टीम सरहदी जनपदों व आसपास के थाना क्षेत्र में अभियुक्त गणों का पता लग रही थी कि मुखबिर खास ने सूचना दी की लूट करने वाले अभियुक्त गण आज नानकमत्ता क्षेत्र में पुनः आने वाले हैं क्योंकि जिस आदमी के कहने पर उन्होंने लूट की थी उसके पास सारी नकदी और ज्वेलरी रखी हुई है। उक्त सूचना पर विश्वास कर पुलिस टीम द्वारा सिद्धा नवोदया गांव क्षेत्र की ओर जाकर संदिग्धता के आधार पर चेकिंग की गई तो एक मोटर साइकिल पर सवार दो अभियुक्त सिद्ध नवोदया गांव से हाईवे की ओर भागे जिस पर पुलिस टीम ने उनका पीछा किया तो उन्होंने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जवाबी फायर में दोनों अभियुक्त गणों के पैरों पर गोली लगी थीं। अस्पताल ले जाकर अभियुक्त गणों से घटना के बारे में पूछताछ की गई तो अभियुक्त गणों अपना नाम अली जमा पुत्र अहमद निवासी गांव बड़ो थाना मिर्जापुर जिला शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश और जुबेर उर्फ बबलू पुत्र अनीश निवासी सोरहा थाना फतेहगंज जिला बरेली बताकर दोनों ने एकमत होकर बताया कि यह लूट की घटना हम तीनों ने सिद्धा नवोदया गांव के रहने वाले जोगा सिंह पुत्र दीदार सिंह निवासी ग्राम सिद्धा नवोदय थाना नानकमत्ता के कहने पर की है। जोगा सिंह रईस अहमद के घर पर कभी दूध देने का काम करता था तथा उसके घर में आना जाना था इसलिए उसको घर के अंदर की सारी जानकारी थी, कि रईस अहमद कब घूमने जाते हैं कब उनकी पत्नी घर पर अकेली रहती है। घटना करने वाले दिन जोगा सिंह ने ही हमें बताया था की रईस अहमद अब शाम के समय वॉक पर निकल गए हैं तथा दो-तीन घंटे बाद ही घर आएंगे। तब हम तीनों ने मिलकर घर में घुसे रईस अहमद की पत्नी को हथियार दिखाकर चुप रहने को कहा और उसका मुंह बांधकर चारपाई पर बैठा दिया और उसकी अलमारी को खोलकर रखी सारी ज्वेलरी और नगदी लेकर फरार हो गए और हाईवे पर हमारा इंतजार जोगा सिंह और उसका साथी नरेंद्र कुमार पुत्र स्वर्गीय विजयपाल निवासी बनबसा कर रहे थे। फिर हम उनकी मोटरसाइकिल में बैठे और सीधा भाग कर किच्छा चले गए। जहां पर जोगा सिंह का रेस्टोरेंट है। उसे दिन हम ज्वेलरी और नगदी का बंटवारा नहीं कर पाए थे इसलिए आज हम जोगा सिंह के गांव आए थे उस अपने हिस्से की ज्वेलरी और पैसे लेने। जोगा सिंह ने ही हमें आज यहां बुलाया था कि अब मामला थोड़ा ठंडा हो गया है आप लोग आ जाओ। घटना करने वाले दिन हमारे साथ तीसरा आदमी मेरठ का एक बदमाश है जिसे नाम से हम नहीं जानते हैं उसे जोगा के दोस्त नरेंद्र ने बुलाया था। घटना में शामिल अन्य तीन वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा निर्देशित किया गया था तथा मेरठ के रहने वाले वांछित बदमाश की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप रुद्रपुर को भी निर्देशित किया। इसी क्रम में बीती बुधवार को एस ओ जी रुद्रपुर व थाना नानकमत्ता की टीम को सूचना प्राप्त हुई की मेरठ वाला बदमाश आज अपने हिस्से की ज्वेलरी लेने के लिए और अन्य अभियुक्त जोगा सिंह और नरेंद्र कुमार के पास थाना किच्छा क्षेत्र में कहीं आने वाला है। थाना नानकमत्ता पुलिस टीम एस ओ जी पुलिस टीम व थाना किच्छा की पुलिस टीम द्वारा उक्त सूचना के आधार पर थाना किच्छा क्षेत्र में सगन अभियान चलाया गया तो फरार तीनों अभियुक्त गणों को थाना किच्छा क्षेत्र स्थित चीनी मिल ग्राउंड के पास एक पुराने मकान से गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार तीनों अभियुक्त गणों के कब्जे से वादी के घर से लूटी गए ज्वेलरी व नगदी बरामद हुई है। गिरफ्तार अभियुक्त जोगा सिंह ने पूछताछ पर बताया कि वह नानकमत्ता का ही रहने वाला है। वह रईस अहमद के परिवार को अच्छी तरह जानता पहचानता है तथा उसके घर में उसका आना-जाना भी है और पहले रईस अहमद के घर पर दूध भी दिया करता था। उसे पता था कि दोनों पति-पत्नी अकेले घर पर रहते हैं और सरकारी नौकरी से रिटायर हैं। इसलिए उसके मन में लालच आ गया था तो उसने नरेंद्र कुमार जो बनबसा का रहने वाला है और पहले स्थानीय पुलिस के लिए मुखबिरी भी करता था के साथ मिलकर थाना किच्छा क्षेत्र स्थित अपने पंजाबी ढाबे में बैठकर यह घटना की योजना बनाई। और उक्त मुकदमे में पूर्व में गिरफ्तार हो चुके अपने साथी अली जमा और जुबेर उर्फ बबलू को किच्छा बुलाया और नरेंद्र कुमार ने बदमाश गुलजार को मेरठ से बुलाया। सभी ने मिलकर घटना से एक दिन पहले रईस अहमद के घर की रेकी की और घटना वाले दिन जब रईस अहमद शाम को इवनिंग वॉक के लिए चले गए तो जोगा ने ही अन्य तीन साथियों को यह सूचना दी की रईस अहमद अब शाम को इवनिंग वॉक के लिए चले गए हैं लगभग दो-तीन घंटे बाद ही घर पर आएंगे। घटना करने के बाद हम पांचो मिलकर मोटरसाइकिल से किच्छा आ गए थे। अभियुक्त नरेंद्र कुमार ने पूछताछ पर बताया कि यह पूरी प्लानिंग जोगा सिंह की ही थी मैं पहले पुलिस के लिए मुखबरी करता था तो मुझे पता था कि पुलिस चोरों को कैसे पकड़ती है, इसलिए मैंने घटना करने वाले तीनों को बता दिया था कि मुंह पर कपड़ा बांध लेना और उनको सारा रास्ता भी दिखा दिया था, हाईवे तक आने का। मैं और जोगा सिंह उनका हाईवे पर इंतजार करते रहे घटना करने के बाद तीनों हाईवे पर आए तो हम उन्हें मोटर साइकिल से पीछे गांव वाले रास्ते से लेकर किच्छा आ गए थे। पकड़े गए तीसरे अभियुक्त गुलजार ने पूछताछ पर बताया कि वह मेरठ के सरधने का रहने वाला है वह पूर्व में थाना सरधना से हत्या के मुकदमे में जेल जा चुका है और एक बार थाना सरूरपुर जनपद मेरठ से 307 के अभियोग में जेल जा चुका है। वह नरेंद्र कुमार के कहने पर पहले खटीमा आया था उसके बाद नरेंद्र कुमार उसे जोग सिंह के साथ किच्छा लाया और वहां पर पांचो ने मिलकर यह घटना की योजना बनाई और रेकी करने के बाद अगले दिन घटना को अंजाम दिया।

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