हरिद्वार

हरिद्वार धर्मनगरी में दिया हत्या को अंजाम, कौन निकला हत्यारा

हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल द्वार हरिद्वार कोतवाली नगर क्षेत्र में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का मंगलवार को मायापुर स्थित एसपी सिटी कार्यालय में खुलासा किया गया। ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए प्रेस वार्ता कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 16 मई को मनसा देवी मंदिर पैदल मार्ग से आगे हिल बाईपास की ओर एक अज्ञात महिला का शव नीचे खाई में गिरे होने की सूचना मिली थी, जिस पर कोतवाली नगर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से महिला के शव को खाई से बाहर निकाला गया। पुलिस द्वारा जांच करने पर मृत महिला के हाथ पैर व मुंह पर बुरी तरह से खरोंच के निशान पड़े हुए थे। व नाक पर खून लगा हुआ था। मौजूदा तथ्यों के आधार पर यह स्पष्ट हो रहा था कि किसी अज्ञात द्वारा मृतक की हत्या कर शव को खाई में गिराया गया है। महिला के शव की पहचान हेतु विभिन्न स्तर पर किए गए प्रयासों के बीच प्रकाश में आया कि एक मोबाइल नंबर से पूछताछ करने पर महिला की पहचान पूजा मिश्रा पुत्री विजय मिश्रा निवासी धनसिया मधबनी बिहार के रूप में हुई। मोबाइल नंबर स्वामी ने स्वयं को मृतका का पति बताते हुए जानकारी दी कि उसकी पत्नी पूजा 2 वर्ष पूर्व घर से चली गई थी। वहीं जिला अस्पताल से प्राप्त मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला दबाना पाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर पुलिस स्वयं वादी बनते हुए हरिद्वार नगर कोतवाली में अज्ञात हत्यारोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। व महिला को न्याय दिलाने के लिए हत्या के आरोपी की जल्द ही तलाश हेतु एसएसपी हरिद्वार द्वारा दिए गए निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा मनसा देवी को आने जाने वाले मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की गहनता से अवलोकन किया गया तो 15 मई को मृतका के साथ एक पुरुष, महिला व एक बच्चा दिखाई दिया। लेकिन वापसी के समय उक्त संदिग्ध पुरुष, महिला तथा बच्चे के साथ मृतका मौजूद नहीं थी। वहीं हाथी पुल के पास चाय की दुकान के मालिक द्वारा उक्त संदिग्ध के गुगल/फोन से भुगतान करने की जानकारी देते हुए यूपीआई आई०डी उपलब्ध कराई गई। वहीं पुलिस को प्राप्त हुए सुराग बड़े ही महत्वपूर्ण थे। पुलिस टीम द्वारा अब तक जुटाई सभी जानकारी के आधार पर संदिग्धों की तलाश जारी रखते हुए मुखबिर की मदद से दोनों संदिग्ध को खड़खडी के पास से दबोचा गया। संदिग्ध दंपत्ति रोशन कुमार कामत व महक कुमारी से पूछताछ में जानकारी प्राप्त हुई की मृतका की शादी बिहार निवासी मोनू कुमार से हुई थी लेकिन 2 साल पहले वह वहां से बिना बताए घर से भागकर हरियाणा आ गई। और रोशन के साथ लिवइन में रहने लगी। कुछ समय बाद रोशन की शादी किसी अन्य युवती महक से हो गई। शुरुआत में गांव में रह रही महक जब अपने पति के साथ रहने हरियाणा आई तो उसे अवैध संबंधों की जानकारी होने पर महक द्वारा एतराज जताया गया। तभी अलग रहने को कहने पर आए दिन रोशन और पूजा के बीच में झगड़े होने लगे। इस बीच जब उक्त तीनों बच्चे सहित घूमने हरिद्वार आए और मनसा देवी दर्शन के लिए गए तो एक बार फिर रोशन और पूजा के बीच झगड़ा होता देख महक बच्चे के साथ पास ही सो गई इसी बीच रोशन ने मौका पाकर गला दबाकर पूजा की हत्या कर दी और शव को नीचे खाई में फेंक दिया, बगल में ही बच्चे के साथ सो रही महक ने उठने के बाद जब पूजा के बारे में पूछा तो रोशन ने उसे पूरा वाक्य बता दिया। इसके बाद पुलिस कार्रवाई के डर से दोनों बच्चे के साथ वापस गुरुग्राम भाग गए। वहीं आज दंपत्ति यह जानने के लिए हरिद्वार पहुंची कि पूजा जिंदा है या मर चुकी है। वहीं पुलिस को विवेचना के दौरान एक महत्वपूर्ण जानकारी यह भी मिली है कि उक्त दंपति द्वारा साथ में दिख रहे 6 माह के बच्चे आर्यन को दिनांक 18 मई को हरियाणा के मानेसर के कार्सन टेंपल में लावारिस हालत में छोड़ दिया। उक्त संबंध में भी उनके खिलाफ थाना सेक्टर 7 आईएमसी गुड़गांव हरियाणा में भी संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर हत्यारोपी ने अपना नाम रोशन कुमार कामत पुत्र सुरेश कुमार कामत हाल निवासी खांडसा गुरुग्राम हरियाणा बताया। वहीं घटना को छुपाने की आरोपी ने महक (काल्पनिक नाम) पत्नी रोशन कुमार कामत उपरोक्त बताया। हात्यरोपियो को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कुन्दन सिंह राणा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हरिद्वार, वरिष्ठ उप निरीक्षक सतेन्द्र बुटोला, उप निरीक्षक संजीत कंडारी चौकी प्रभारी खड़खड़ी, उप निरीक्षक अनीता शर्मा उप निरीक्षक निशा शर्मा, उप निरीक्षक दीपक ध्यानी, हेड कांस्टेबल सत्येंद्र, कां0 निर्मल, कां० सतीश, कां० सुनील, कां० भारती , एवं ऐश्वर्य पाल सिंह प्रभारी सीआईयू, कां० वसीम, सी सी टी वी फुटेज टीम में कां० अतुल शामिल रहे।

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