दरगाह कार्यालय के ठीक सामने मुसाफिर खाने में जमा हुआ गन्दा पानी, डेंगू जैसी बीमारी को दे रहा दावत
जावेद अंसारी पिरान कलियर प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(जावेद अंसारी) कलियर। दरगाह साबिर पाक के 755 वे सालाना उर्स (मेले) का आगाज चांद दिखाई देने के बाद हो जाएगा। लेकिन दरगाह प्रबंधनतंत्र के व्यवस्था की पोल अभी से खुलती नजर आ रही है। दरगाह वक्फ़ बोर्ड कार्यालय से चंद कदम दूर साबरी मुसाफिर खाने वह साबरी जामा मस्जिद में लगभग 2 महीने से पानी भरा हुआ जो डेंगू मलेरिया जैसे वायरल फैलाने वाले मच्छरो को दावत दे रहा है।वही डेंगू मलेरिया जैसा संक्रमण वायरल बुखार भी क्षेत्र में तेजी से फल फूल रहा है जिसकी रोक थाम के लिए स्वस्थ्य विभाग की टीम काफी प्रयास कर रही है। उसके बावजूद भी साबरी मुसाफिर खाने से पानी नहीं निकलवाया गया जिसमें डेंगू मलेरिया जैसे मच्छर पनप रहे हैं।आपको बता दे की यहा से दरगाह प्रबंधक से लेकर कई आला अधिकारी रोज गुजरते हैं लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को क्या यह पानी दिखाई नहीं दिया है। वही वहां ठहरे जायरीनों का कहना है कि हमने कई बार दरगाह दफ्तर में इसकी जानकारी दी है लेकिन किसी ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।मेले में आने वाले सैकड़ो जायरीन मेहमान खाने में रुकते है तो उर्स में आने वाले जायरीन को भी डेंगू मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। वही साबरी जामा मस्जिद के तहखाना में भी महीने भर से पानी भरा हुआ है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है की उर्स में आने वाले देश विदेश से जायरीन आखिर क्या साबिर पाक की सरजमी से क्या पैगाम लेकर जाएंगे।वही दरगाह प्रबंधनतंत्र उर्स मेले के नाम पर लाखों रुपए खर्च करता है लेकिन उर्स में आने वाले जायरीनो को पडबेठने वे नमाज पढ़ने की भी सही सहूलियत नही मिलती।