हरिद्वार

सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य सपरिवार शांतिकुंज पहुंचे

नीटू कुमार हरिद्वार जिला संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। सिक्किम के माननीय राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कुमुद देवी व अन्य परिवारिजन के साथ देवसंस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। माननीय राज्यपाल के आगमन पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने पुष्पगुच्छ भेंटकर आत्मीय स्वागत किया। राज्यपाल आचार्य ने देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में युवाओं के चहुंमुखी विकास के लिए चलाय जा रहे विभिन्न रचनात्मक एवं सुधारात्मक गतिविधियों का अध्ययन किया। वे देसंविवि में स्थापित भारत के प्रथम बाल्टिक सेंटर पहुंचे और बाल्टिक देशों में भारतीय संस्कृति के विस्तार के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों से अवगत हुए। माननीय राज्यपाल श्री आचार्य जी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित नियमों पर संचालित देवसंस्कृति विवि की सराहना की और कहा कि सच्चे अर्थों में देवसंस्कृति विवि युवाओं में जीवन मूल्यों के विकास के संकल्पित संस्थान है। शांतिकुंज में 1987 में एक मासीय युगशिल्पी का प्रशिक्षण लेने वाले श्री आचार्य जी ने बताया कि गायत्री परिवार के कार्यों को बहुत ही निकट जानता हूँ। पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के विचारों ने मुझे आगे बढ़ने में मदद की है। पश्चात वे सपिरवार शांतिकुंज पहुंचे और अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या व श्रद्धेया शैलदीदी से भेंट की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की। श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी ने राज्यपाल जी को गायत्री माता चित्र एवं युगसाहित्य भेंट की। सन् 1926 से सतत प्रज्वलित सिद्ध अखण्ड दीप का दर्शन कर राष्ट्र की उन्नति की कामना की। फिर वे युगऋषिद्वय की पावन समाधि में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर मानवता की रक्षा हेतु प्रार्थना की।

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