ऑपरेशन स्माइल टीम के द्वारा किया गया बेहतरीन कार्य, बच्चे को किया सकुशल बरामद
फिरोज अहमद जिला ग्रामीण प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(फिरोज अहमद) लक्सर। जिद्द बहुत खराब होती है वह चाहे बच्चों की हो या बड़ो की। गत अगस्त महीने महीने में मैं अपनी टीम के साथ किसी काम से रायवाला थाने गया था। लगभग सुबह के 10 बज रहे थे। मैं प्रभारी रायवाला से मिलने को अंदर ही जाने वाला था कि इस दौरान अचानक थाने में दो व्यक्ति आये वो बहुत परेशान लग रहे थे, और थाने में इधर उधर घूम रहे थे। उनको परेशान देखकर मुझ से रहा नही गया तो मैंने उनकी परेशानी का कारण पूछा तो पता चला पिछली रात उनका 13 वर्षीय बेटा किसी बात से नाराज होकर घर से चला गया है। जब मैंने उनको बच्चे की नाराजगी का कारण पूछा तो बच्चे के पिता ने मुझे बताया कि उनका बच्चा रात भर मोबाईल फोन देख रहा था उस पर उन्होंने उसे डाँट दिया था। उनकी इस बात से उनका 13 वर्षीय बेटा इतना नाराज हो गया कि वह घर छोड़कर चला गया। उसके कुछ देर बाद थाने में उक्त लापता बच्चे की माँ, उसकी बहन और नाते रिश्तेदार भी आ गये। उनके थाने में आने का कारण था कि उन्हें आशंका हो रही थी कि उनका बच्चा कहीं रेलगाड़ी में बैठकर यहां रायवाला क्षेत्र में न आ गया हो, इसलिए वह रायवाला के पास फाटक में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखने आए थे। किंतु उन्हें निराशा ही हाथ लगी। मैने भी बच्चे के माता पिता की व्यथा समझ तुरंत ही उस बच्चे की फ़ोटो न्यूज़ पेपर में लगा दी व अपने जान पहचान के सभी सोशल मीडिया ग्रुप में भेज दी व जहां तक हो सके उसकी गुमशुदगी की सूचना सर्कुलेट की।
इस दौरान मैं यह सोचता रहा कि वह बच्चा जिसकी उम्र अभी महज 13साल है,उसने क्या सोचा लिया होगा कि पिता ने डांट दिया अब मैं अब घर छोड़कर हमेशा के लिए ही चला जाता हूँ। किंतु आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि उत्तराखंड पुलिस ने उस बच्चे को बरेली से सकुशल बरामद कर दिया। एएचटीयू व लक्सर पुलिस ने उक्त बच्चे को सकुशल ढूंढ कर उसके माता पिता के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। पुलिस के इस कार्य से पता चलता है कि सोशल मीडिया कितना खोखला है,जहां हर दिन हजारों फ़ोटो, खोया पाया की न्यूज आती है और हम सभी आया गया समझ स्क्रॉल करें जाते है, किन्तु पुलिस को सोशल मीडिया की सहायता से कोई फर्क नहीं पड़ता,उनके द्वारा जो कार्य करने होते है, शिकायतकर्ता पर चाहे कोई सुराग हो या न हो, पुलिस द्वारा अपना कार्य निरंतर किया जाता है। पुलिस बल द्वारा उक्त बच्चे को ढूंढने को किए गए त्वरित प्रयास व सफ़लता काबिल-ए-तारीफ है।