IFAD मिशन द्वारा हरिद्वार में कार्यों की प्रगति समीक्षा दौरान किया निरीक्षण
गगन शर्मा सह सम्पादक
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। अन्तराष्ट्रीय कृषि विकास निधि (IFAD) वित्त पोषण से ग्राम्य विकास विभाग, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत ग्रमीण उधन वेग वृद्धि परियोजना (UGVS- REAP) द्वारा जनपद हरिद्वार में उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (USRLM) के तहत गठित 19 संकुल स्तरीय फेडरेशनों (CLF)- स्वायत्त सहकारिताओं के साथ अनुबन्ध कर स्टाफ नियुक्त कर कार्यलय भी स्थापित किये गये है। वर्तमान में परियोजना द्वारा इन स्वायत्त सहकारिताओं से जुड़े समूह सदस्यों के साथ विभिन्न प्रकार की रोजगारपरक गतिविधियों के माध्यम से उधम स्थापना कर आजीविका में वृद्धि कराने के उददेश्य से व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही है।
रीप परियोजना द्वारा संकुल स्तरीय फेडरेशनों के माध्यम से वर्तमान में जनपद की 1800 महिलाओं को कुल रु 6 करोड़ 30 लाख की धनराशि का सहयोग विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन कराने के उददेश्य से दिया गया है। जिसमें महिलाओं को अल्ट्रा पुअर पैकेज के तहत दी जा रही सहयोग राशि रु 35000 प्रति सदस्य के साथ ही उनको स्वयं का अंश एवं विभागीय सहयोग द्वारा 228 समूह सदस्यों के साथ ही अन्य को भी लखपती दीदी के अन्तगर्त लाने में अहम योगदान दिया जा रहा है।
रीप परियोजना द्वारा सर्वप्रथम संकुल स्तरीय फेडरेशनों से जुड़े समूह सदस्यों को शेयरधारक के रूप में जोड़ा गया है, जिसमें रू 500 का शेयर अंश स्वयं सदस्य द्वारा तथा रु 500 का अंश परियोजना द्वारा CDs को देय उस सदस्य का शेयर अंश देय किया जा रहा है, जो कि अब तक कुल 8779 सदस्यों का अंश कुल रु 4389500 का सहयोग परियोजना द्वारा CLFS के बैंक खाते में देय किया गया है।
रीप परियोजना द्वारा वर्तमान में मुख्य रूप से लगभग 250 मधुमक्खी पालकों, 128 मशरूम उत्तपादकों के साथ ही अन्य गतिविधियों के माध्यम से सब्जी उत्पादन, मुर्गी पालन, दुग्ध उत्पादन, 137 पशुसखियों को प्रशिक्षण के साथ ही विभिन्न प्रकार के उधमों की स्थापना हेतु सामुदायिक एवं व्यक्गित स्तर पर अनुदान के रूप में सहयोग किया जा रहा है। परियोजना द्वारा लालढांग बहादराबाद में शहद कृषक उत्पादक संगठन (FPO) का गठन कर मधुमक्खी पालन को व्यवसायिक रूप से बढ़ाने का प्रयास कर अन्य विकासखण्डों में काश्ताकारों को मी जोड़े जाने का प्रयास गतिमान है। वर्तमान में परियोजना द्वारा भगवानपुर एवं बहादराबाद एस बी. एग्रो० लि० कम्पनी के माध्यम से 114 किसानों को लगभग 18 हे0 में आलू का बीज उपलब्ध कराया गया है, जिसके उत्पादन एवं व्यवसाय में एस बी एग्रो लि० एवं रीप परियोजना द्वारा लगातार तकनीकी सहयोग दिया जा रहा। परियोजना की इस पहल से किसानों के चेहरों में काफी खुसी है साथ ही अन्य काश्तकार भी इस उन्नत किस्म के आलू को व्यवसायिक रूप में आगे बढ़ाना चाह रहे हैं। इसके साथ ही वर्तमान में परियोजना द्वारा यनिमार्ट के सहयोग से बहादराबाद एवं लक्सर में किसान परामर्श केन्द्रों की स्थापना की जा रही है।
IFAD सुपर विजन मिशन द्वारा 5 मार्च 2024 को विकासखण्ड भगवानपुर एवं नारसन में वर्तमान में ग्रामीण उधम वेग वृद्धि परियोजना UGVS-REAP द्वारा संचालित किये जा रहे कार्यों की प्रगति हेतु भ्रमण किया गया। समीक्षात्मक भ्रमण कार्यकम के दौरान मिशन दल द्वारा विकास खण्ड भगवानपुर में ज्योर्तिमय संकुल स्तरीय फेडरेशन के साथ रीप के सहयोग से अनुबन्ध के आधार पर sv-एग्रो के तकनीकी सहयोग से किसानों द्वारा साइरस प्रजाति के आलू उत्पादन का कार्य देखा गया। इस दौरान उनके द्वारा किसानों से आलू के इस प्रजाति के बीज को लेकर तथा उत्पादन के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की गयी। किसानों द्वारा बताया गया कि आलू का यह बीज उत्तम गुववत्ता का है जिसको आगे भी और विस्तारित किया जाना आवश्यक है।
विकासखण्ड नारसन में सपना संकुल स्तरीय फेडरेशन से जुड़े समूह सदस्यों द्वारा वर्तमान में रोप परियोजना के माध्यम से प्रशिक्षण उपरान्त मशरूम उत्पादन का कार्य किया जा रहा है जिसकी समीक्षा हेतु भ्रमण दल द्वारा मशरूम यूनिट में मशरूम उत्पादक किसानों के साथ विस्तार से मशरूम के उत्पादन एवं विपणन सम्बन्धित चर्चा की गयी। इस दौरान किशानों द्वारा मशरूम उत्पादन को बड़े रूप में आगे बढ़ाने और विपणन कराने हेतु परियोजना से अपेक्षित सहयोग चाहा गया।
फील्ड भ्रमण के दौरान अन्त में नारी शक्ति संकुल स्तरीय फेडरेशन के गेहूं एवं अन्य बीज उत्पाद का कार्य देखा गया जिसमें उनके द्वारा बीज की गुणवत्ता के साथ ही वर्तमान में हो रहे उत्पादन से संतुष्ट होकर भविष्य में बीज बैंक की स्थापना करने पर चर्चा की गयी। फील्ड भ्रमण के उपरान्त सुपर मिशन टीम द्वारा नारी शक्ति CF के कार्यालय में उपस्थित सभी बोर्ड सदस्यों, समूह सदस्यों, CLF स्टाफ एवं रीप स्टाफ के साथ परियोजना के माध्यम से कियान्वित की जा रही गतिविधियां शेयर कैपिटल व मेचिंग ग्रांट के उपयोग, अल्ट्रा पुअर पैकेज का उपयोग एवं प्रभाव, पशु सखी द्वारा किये जा रहे कार्य, जलवायु परिवर्तन आधारित कृषि, उन्नत बीज प्रर्दशन, व्यविगत उधम संचालन, तथा CLF स्तर पर तैयार किये जा रहे दस्तावेजों का आंकलन किया गया। अन्त में IFAD टीम द्वारा CLFs के कार्यालय का उदघाटन उपरान्त अल्ट्रा पुअर लाभार्थियों द्वारा संचालित देरी एवं बकरीपालन का कार्य देखते जनपद हरिद्वार में रीप द्वारा कियान्वित कार्यों की प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की गयी साथ ही सभी सहायक प्रबन्धकों के द्वारा आपसी समन्ययन से किये जा रहे प्रयास की सहराना की गयी।
IFAD मिशन टीम द्वारा फील्ड भ्रमण के उपरान्त होटल याशेल में आयोजित कार्यकन के दौरान विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया गया। जिसमें रीप परियोजना द्वारा संचालित गतिविधियों के तहत लगाये गये स्टॉल आकर्षण का केन्द्र बने रहे। स्टॉल प्रर्दशनी में अल्ट्रा पुअर के लाभार्थियों द्वारा संचालित गतिविधियों के फोटो, परियोजना द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त पशुसखी के कार्य, आलू बीज एवं अन्य बीजों की प्रर्दशनी, दुग्ध व्यवसाय से सम्बन्धित उत्पाद, मशरूम, हेम्प के उत्पाद एवं समूह की महिलाओं द्वारा तैयार होली के रंगों के साथ ही मीठी गंगा मधुमक्खी स्वायत्त सहकारिता द्वारा उत्पादित शहद मुख्य रहा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन (IAS) जी द्वारा रोप परियोजना के माध्यम से संचालित विभिन्न कार्यों की सराहना करते हुए प्रस्तुतिकरण के माध्यम से वर्तमान में मीठी गंगा परियोजना के तहत मधुमखी पालन स्वायत्त सहकारिता से जुड़े मधुमखी पालकों द्वारा शहद उत्पादन को बढ़ाया देने के उद्देश्य से सभी उपस्थित IFAD मिशन टीम के सदस्यों, विभागीय अधिकारियों बिजनेस पाटनर्स, रीप स्टाफ तथा समूह समूह सदस्यों को मधुमखी पालन को वर्तमान में रीप परियोजना द्वारा गठित शहद कृषक उत्पादन संगठन के माध्यम से व्यवसायिक रूप से आगे बढ़ाये जाने पर जोर दिया गया। इस दौरान जिला परियोजना प्रबन्धक रीप संजय सक्सेना द्वारा वर्तमान में परियोजना द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष संचालित सभी कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा करने के उपरान्त शहद कृषक उत्पादन संगठन के द्वारा संचालित शहद प्रोसेसिंग यूनिट का भ्रमण किया गया।
सुपर मिशन भ्रमण दल में IFAD प्रतिनिधि आयुरजाना वरिष्ठ सलाहकार, प्रफुल दुबे सलाहकार वित, विनय तुली सलाहकार कृषि एवं विपणन के साथ ही परियोजना मुख्यालय से डा विनय गुणवन्त, अंशुल कर्णवाल तथा जिला परियोजना प्रबन्धक हरिद्वार संजय सक्सेना के साथ ही परियोजना के समस्त जिला स्तरीय सहायक प्रबन्धक सहित ब्लॉक स्तरीय स्टॉफ एवं प्राइवेट पार्टनर्स के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।