युवाओं को सेना में नौकरी लगाने के नाम पर दो करोड़ से अधिक की रकम ठगने वाला एसटीएफ ने दबोचा
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। जनपद पिथौरागढ़ व उधमसिंह के युवाओं को सेना, अर्धसैनिक बल में भर्ती करवाने के नाम पर युवाओं से दो करोड़ रुपये से अधिक की रकम वसूलने वाले लंबे समय से फरार 10 हज़ार रुपये ईनामी दिल्ली निवासी एक अभियुक्त को एसटीएफ देहरादून में कल बुधवार देर रात थाना राजपुर अंतर्गत धोरण खास क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया अभियुक्त धोरणखास में नाम बदलकर रह रहा था व यहां के युवाओं को भी नौकरी लगाने के नाम पर ठगने की साजिश रच रहा था।अभियुक्त के खिलाफ पिथौरागढ़ में गैंगस्टर एक्ट में भी मुकदमा दर्ज है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 में जनपद पिथौरागढ़ व उधमसिंह नगर में पंकज सामंत पुत्र त्रिलोक सिंह निवासी- प्लाट नं0 24 जीएफ केएच नं0 45/25/2 निगली बिहार एक्सटेंशन बपरौला, पश्चिमी दिल्ली के विरूद्ध उत्तराखण्ड के युवाओं को फौज व आईटीबीपी, बीएसएफ आदि में भर्ती करवाने के नाम पर दो करोड़ रूपये से अधिक की रकम ठगने की शिकायत दर्ज हुई थी,जिसमे पिथौरागढ़ के जौलजीवी, थाना जाजरदेवल, कोतवाली पिथौरागढ़ में एक-एक कुल 4 शिकायतें और उधमसिंह नगर के खटीमा में 2 मामले दर्ज है। अभियुक्त पंकज सामंत वर्ष 2023 से ही लगातार फरार चल रहा था,जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कप्तान पिथौरागढ़ द्वारा अभियुक्त के खिलाफ 10 हज़ार रुपये का ईनाम घोषित किया था। अभियुक्त बेहद शातिर किस्म का होंने के चलते मोबाइल फोन का इस्तेमाल नही करता था। अभियुक्त की गिरफ्तारी को एसटीएफ द्वारा मैन्युअल रूप से कार्ययोजना तैयार कर व अभियुक्त की तलाश करते हुए कल बुधवार देर रात देहरादून के धोरण खास, थाना राजपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। एसएसपी ने बताया कि अभियुक्त पुलिस से बचने को काफी समय से राजपुर के धोरण खास में पहचान बदलकर अपना ठिकाना बनाए हुए था व मोबाइल फ़ोन भी लगातार बंद किये हुए था। उसके द्वारा पकड़े जाने के डर से अपने परिवार से भी संपर्क नही किया गया था। अभियुक्त धोरणखास में भी युवाओं को अपने जाल में फंसाकर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठगने की योजना बनाकर अंजाम देने की फिराक था। एसएसपी एसटीएफ के अनुसार अभियुक्त पंकज सामंत काफी शातिर किस्म का व्यक्ति है,।जिसके द्वारा युवाओं को फौज में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठे जाते थे। अभियुक्त व इसके साथी द्वारा पूरी सुनियोजित तरीके से युवाओं को ठगने के चलते इसके गैंग के विरुद्ध पिथौरागढ़ अंतर्गत कोतवाली जौलजीवी में गैंगस्टर एक्ट का अभियोग भी पंजीकृत किया गया है।