हरिद्वार

पायलट बाबा की मुख्य शिष्या महामंडलेश्वर केको आईकावा होंगी

गुरू के अधूरे कार्यो को पूरा करना ही जीवन का उद्देश्य: केको आईकावा

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) हरिद्वार। जूना अखाड़े के ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा की मुख्य शिष्या केको आईकावा उनकी उत्तराधिकारी होंगी। जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने जगजीतपुर स्थित पायलट बाबा आश्रम में इसकी घोषणा की। घोषणा करते हुए श्रीमहंत हरिगिरी ने कहा कि ब्रह्मलीन पायलट बाबा की प्रमुख शिष्या महामंडलेश्वर केको आईकावा (योगमाता केवलानंद) आश्रम की अध्यक्ष, महामंडलेश्वर साध्वी चेतनानंद गिरी एवं साध्वी श्रद्धा गिरी महामंत्री होंगी। श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि महामंडलेश्वर केको आईकावा (योगमाता केवलानंद) विद्वान संत हैं। अखाड़े को पूरा विश्वास है कि केको आईकावा अपने गुरू ब्रह्मलीन पायलट बाबा के कार्यो को सफलता पूर्वक आगे बढ़ाएंगी। उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम देशों में सनातन धर्म संस्कृति की पताका फहराने वाले ब्रह्मलीन पायलट बाबा महादेव का अंशावतार थे। सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनके योगदान और उनकी विद्वता को देखते हुए अखाड़े की और से उन्हें आचार्य पद का प्रस्ताव भी दिया गया था। जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। जूना अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने कहा कि महामंडलेश्वर केको आईकावा, महामंडलेश्वर साध्वी चेतनानंद गिरी व साध्वी श्रद्धा गिरी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ब्रह्मलीन पायलट बाबा की तीनों शिष्या ब्रह्मलीन पायलट बाबा की योग शिक्षाओं और देश विदेश में फैले आश्रमों की सेवा संस्कृति को आगे बढ़ाएंगी। आवाहन अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरूण गिरी महाराज ने कहा कि आश्रम की नवनियुक्त अध्यक्ष महामंडलेश्वर केको आईकावा व महामंत्री साध्वी चेतनानंद गिरी तथा साध्वी श्रद्धा गिरी अखाड़ा और संत परंपरा का पालन करते हुए सनातन धर्म संस्कृति और ब्रह्मलीन पायलट बाबा की योग शिक्षाओं के प्रचार प्रसार में अपना अहम योगदान देंगी। उन्होंने कहा कि महामंडलेश्वर केको आईकावा, महामंडलेश्वर साध्वी चेतनानंद गिरी व साध्वी श्रद्धा गिरी को आश्रम की जिम्मेदारी सौंपकर जूना अखाड़े ने भारत की महिला सशक्तिकरण की परंपरा को आगे बढ़ाया है। आश्रम की नवनियुक्त अध्यक्ष महामंडलेश्वर केको आईकावा (योगमाता केवलानंद) ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य गुरूदेव के अधूरे कार्यो को पूरा करना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। महामंत्री साध्वी चेतनानंद गिरी व साध्वी श्रद्धा गिरी ने कहा कि पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन पायलट बाबा की शिक्षाएं और उनके जीवन आदर्श सदैव उन्हें प्रेरणा देते रहेंगे। इस अवसर पर जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी, आवाहन अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अरूण गिरी महाराज, जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी महाराज, सचिव श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, सचिव देवानंद गिरी महाराज, थानापति धर्मेंद्र गिरी महाराज, स्वामी प्रेमानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर सरोजानंद गिरी महाराज, महंत महाकाल गिरी महाराज, अष्टकौशल मंहत प्रचार गिरी महाराज, उप आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कपिल पुरी महाराज, महंत महाबलवीर गिरि, महंत शैलेंद्र गिरी महाराज, महंत स्वामी दर्शन गिरि, स्वामी प्रेमानंद सहित कई संत महंत मौजूद रहे। जापान की रहने वाली केको आइकावा को साधक योग माता के नाम से जानते हैं। वे पिछले कई सालों से पायलट बाबा के योग और ध्यान शिविरों उनके साथ रहती थी। पायलट बाबा की तीनों शिष्याएं केको आईकावा, साध्वी चेतनानंद गिरी व साध्वी श्रद्धा गिरी पायलट बाबा के बाद देश-विदेश में फैले आश्रमों का संचालन करेंगी। गौरतलब है कि जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और आध्यात्मिक गुरु पायलट बाबा का मंगलवार को 86 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। बृहस्पतिवार को उन्हें जगजीतपुर स्थित आश्रम में भू समाधि दी गई।

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