चर्चा: ट्रैफिक पर ई-रिक्शा का कब्जा
ई-रिक्शा स्टैंड की भरमार, जहां चाहे वहां मोड़ दिया वाहन

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रवि चौहान) हरिद्वार। हरिद्वार धर्मनगरी में लगातार ई-रिक्शा की बढ़ोतरी हो रही है जिससे चलते यातायात नियमों की भी अनदेखी ई-रिक्शा संचालको द्वारा की जा रही है। शहर में चर्चा है कि नगर की ट्रैफिक व्यावस्था चौपट है हातात इन दिनों बत से बतर होते चले जा रहे है। चर्चा है कि अभी हालही के कुछ महीनों के अंदर जिस तेजी के साथ ई-रिक्शा सड़को पर नजर आ रही है, उससे तो यही लगता है कि ट्रैफिक व्यावस्था पर ई-रिक्शा ने अपना कब्जा जमा लिया और प्रशासन बेबस नजर दिखाई दे रहा है। बताते चले कि ई-रिक्शा सहित बने ई-रिक्शा स्टैंड ने नगर में एक्सीडेंट और जाम की समस्या पैदा कर दी है। वहीं नगर के तमाम चौराहों पर जाम के हालात बने रहते है। रहीं कसर नगर के अंदर मैरिज गार्डन सड़क किनारे संचालितो ने कर रखी है, इनमें पार्किंग के लिए जगह नहीं बनाई गयी है। शादी समारोह में शामिल होने वाले लोग अपने चार पहिया और दो पहिया वाहनों को सड़क किनारे खड़ा कर देते है, जिससे सड़क का यातायात प्रभावित होता है, और जाम की स्थित्ति बनी रहती है। शहर में चर्चा है कि एक ही व्यक्ति द्वारा 5-5 ई-रिक्शा वाहनों के रजिस्ट्रेशन करवाएं हुए हैं, और बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों को हर दिन के हिसाब से ई-रिक्शा किराए पर दे दी जाती है। सवाल यह उठता है कि क्या ई-रिक्शा स्वामियों द्वारा बाहरी राज्य से आ रहे लोगों का सत्यापन कराकर ई रिक्शा किराए पर दी जा रही है या नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पैसे के लालच में बाहरी राज्य से आ रहे लोग किसी वारदात को अंजाम देकर हरिद्वार धर्मनगरी में फरारी काट रहे हैं। सूत्रों की माने तो ई-रिक्शा का संचालन एक छोटे परिवार के लिए किया गया था, जिससे कि एक व्यक्ति द्वारा ई-रिक्शा चला कर अपने परिवार का पालन पोषण बड़ी आसानी से कर सकें, पर यहां तो कुछ उल्टा ही दिखाई दे रहा है एक ही स्वामी की पांच-पांच ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन कहीं ना कहीं बड़े सवाल पैदा कर रहा है जो शहर में एक चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा है कि शहरों के कई चौक-चौराहों पर ई-रिक्शा स्टैंड बनाकर ई-रिक्शा संचालकों से राशिद काटी जा रही है अगर ई-रिक्शा वाहन स्वामी द्वारा राशिद नहीं कटवाई जाती है तो ई-रिक्शा वाहन का उस रास्ते पर नो एंट्री लग जाती है और स्टैंड पर बैठे लोगों द्वारा अपनी मनमानी कर मनचाहा पैसा वसूल रहे हैं। शहर में चर्चा है कि अगर समय रहते प्रशासन ने इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो नगर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है, जरूरत है कि नगर पालिका, एआरटीओ और ट्रैफिक पुलिस मिलकर अवैध वाहनों पर सख्ती से रोक लगाएं और ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए ठोस कदम उठाये।