शिक्षिका के चेहरे पर लौटाई डीएम ने मुस्कान, रुका हुआ वेतन करवाया जारी
राजधानी के एक बड़े निजी स्कूल पर कार्यवाही, बड़ी सीख बनी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। शिक्षा विभाग के कड़े आदेशो के बावजूद अपनी मनमानी करने वाले निजी स्कूलों के लिए डीएम सविन बंसल द्वारा हाल ही में की गई राजधानी के एक बड़े निजी स्कूल पर कार्यवाही बड़ी सीख बनी है, निजी स्कूल की मनमानी को आड़े हाथों लेते हुए डीएम सविन बंसल द्वारा की गयी कार्यवाही सभी स्कूलों के लिए ‘लॉ एंड आर्डर’ सर्वोपरि है और रहेगा, की सीख है। बीते 1 हफ्ते पूर्व राजधानी के एक निजी स्कूल की शिक्षिका द्वारा स्कूल द्वारा उनका2 महीने का वेतन, सिक्योरिटी डिपाजिट रोक दिया गया, मांग करने पर अनुभव पत्र भी जारी नही किये जाने के खिलाफ डीएम सविन से गुहार लगाई थी जिसपर डीएम द्वारा कड़ी कार्यवाही का आदेश जारी किया तो स्कूल द्वारा तुरंत शिक्षिका का वेतन, सिक्योरटी डिपाजिट व सर्टिफिकेट जारी किया गया। शिक्षिका द्वारा कल शनिवार को अपनी बेटी संग डीएम से मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया गया।
बीती 13 अक्टूबर को शहर के प्रतिष्ठित इडिफाई वर्ल्ड स्कूल की एक शिक्षिका द्वारा डीएम सविन बंसल के सम्मुख स्कूल प्रबंधन द्वारा उनका 2 माह का वेतन व सिक्योरिटी डिपाजिट के साथ ही अनुभव प्रमाण पत्र जारी न किये जाने की शिकायत दर्ज कर मदद की गुहार लगाई थी। शिक्षिका ने डीएम को बताया था कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा पूर्व में जारी अनुभव प्रमाण पत्र में उनके द्वारा स्कूल में किस पद पर कार्य किया जा रहा था का उल्लेख नही किया गया था, जबकि कनिका ने बताया कि वह इन्टरमीडिएट तक के बच्चों को पढाती थी तथा स्कूल में कार्डिनेटर पद पर भी कार्य किया है, किन्तु स्कूल प्रबन्धन जारी प्रमाण पत्र में विवरण नही दिया है। शिक्षिका की शिकायत का डीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को तत्काल कार्यवाही करते हुए वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए थे। जिला प्रशासन की कार्यवाही के चलते स्कूल द्वारा 2 दिन के भीतर शिक्षिका का वेतन 78 हज़ार 966 रुपये जारी कर दिया गया। शनिवार को शिक्षिका द्वारा अपनी बेटी संग जिलाधिकारी कार्यालय कलेक्ट्रेट में पहुँचकर डीएम को धन्यवाद दिया गया।
डीएम सविन बंसल के इस प्रयास से आम जनता के बीच डीएम द्वारा प्रशासनिक ताकतों का ‘जनता के लिए’ होने के महत्व को बतलाया है। वहीं बीते कई प्रकरण में डीएम द्वारा की गयी कार्यवाही समाज मे एक नजीर बन चुकी है, जहां लॉ एंड आर्डर से हताहत लोगो को भी डीएम द्वारा फौरी तौर पर एक्शन लेते हुए थानों में लंबे समय से भटक रहे पीड़ितों के मुकदमे दर्ज करवाये है तो वहीं कई टूटते घरो को संभाले हेतु कड़े व मजबूत फैसले लिए है।
डीएम सविन बंसल द्वारा जल्द, ऑन द स्पॉट फैसलों व निर्णय क्षमता के बदौलत आम जनता का भरोसा जिला प्रशासन की कार्यवाही पर बढ़ा है, जो राजधानी की “एक कुशल प्रशासन के जिम्मे” होने की तस्वीर पेश कर रहा है।











