बद्री विशाल के कपाट बंद होने से पहले भक्तो मे आस्था और भक्तो की उमड़ी भीड़
दिलीप गुप्ता हरिद्वार सवांददाता
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(दिलीप गुप्ता) हरिद्वार। कोरोना काल में पिछले दो वर्षों से कोविड-19 के चलते वहाँ के व्यापारियो में इतनी मायूसी छा गई थी कि वहाँ के लोगो का अपने बच्चो का पेट पालना बड़ा मुश्किल हो गया था। पिछले महीने कोविड के माहौल को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने गाइड लाइन के साथ बद्री विशाल के मंदिर में भक्तों को दर्शन के लिए अनुमति दी गयी है। और वहाँ के लोगो में उत्साह बढ़ गया, तब जा के वहाँ के लोगो में रोजगार के किरण दिखाई दी है, जब से लोगो को पता चला है कि 20 नवम्बर को कपाट बंद हो जायेगे। तब से भक्तो में भीड़ और उमड़ गई। वहाँ की ओश भी बर्फ में परिवर्तन होती जा रही है, और सुबह शाम वहाँ का टेम्प्रेचर 1 डिग्री सेल्सियस जाता है। इतनी ठंड होने के बावजूद भक्तो में भीड़ की कमी नहीं दिखाई दे रही है। दूर दूर से लोग बद्री विशाल के दर्शन के लिए आ रहे। जब कपाट बंद होता है तब गांव के सभी सम्मानित लोग और मंहतो द्वारा बद्री विशाल की डोली को धूम धाम से बाजा गाजा के साथ जोशी मथ के मंदिर में स्थापित करते हैं। बद्री विशाल की कपाट छह माह के लिए बंद हो जाता है। मंदिर के अंदर छह माह तक दीपक प्रज्वलित रहता है। मंदिर की सुरक्षा के लिए वहाँ आर्मी तैनात कर दी जाती है।