हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। हरिद्वार में विश्व प्रसिद्ध मन्सा देवी के मंदिर जाने के लिये कई बार बुजुर्ग या पैदल न चल पाने वालों के लिये दिक्कत हो जाती है। इनमें काफी ऐसे होते हैं जो उड़नखटोला का टिकट भी नही खरीद पाते। इसी को ध्यान में रखकर पिछले कुछ दिनों से स्थानीय युवाओ ने स्कूटी औऱ बाइक से यात्रियों को ढोने का कार्य शुरू किया। इसके लिये ये स्कूटी और बाइक वाले इन यात्रियों से शुल्क भी लेते हैं। मगर जिस प्रकार से जोखिम को उठाते हुवे ओवरलोड सवारी बैठाकर खतरनाक घूम पर तेजी से वाहन ले जाते हैं। किसी दिन पुलिस की लापरवाही से कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इन वाहनों के चलते जहां एक ओर पैदल रास्तों में अपनी छोटी छोटी दुकान लगाए बैठे दुकानदारों की रोजी रोटी भी खत्म होने की कगार पर है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि बिना हैलमेट के तीन तीन सवारी और छोटे बच्चों को लेकर जिस प्रकार ये स्कूटी और बाइक चलाते हैं यह निसंदेह खतरे से खाली नही। मगर वन विभाग, स्थानीय पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे यदि ये चल रहा है तो इसके पीछे किसी बड़े स्तर के नेता का हाथ है जो श्रद्धालुओं के जीवन से खिलवाड़ करने की इजाजत दे रहा है। मंदिर प्रशासन की ओर से कुछ दिन पहले सीओ अभय प्रताप से इस विषय मे हस्तक्षेप करने की मांग की थी उन्होंने भरोसा दिलाया था कि वो टीम लगवाकर इसके विरुद्ध कार्यवाही करायेगे। मगर लगता है कि स्थानीय प्रशासन किसी राजनीतिक दबाव के चलते इस विषय मे कुछ सार्थक कठोर कार्यवाही करने के मूड में नही है। हालांकि एसपी सिटी हरिद्वार स्वतंत्र कुमार ने इस विषय मे आवश्यक कार्यवाही की बात कही है।