रुड़की

मां गंगा की पवित्रता तथा महिमा का किया वर्णन

आचार्य सेमवाल महाराज से वरिष्ठ समाजसेवी ने लिया आशीर्वाद

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(इमरान देशभक्त) रुड़की। पुरानी तहसील स्थित ज्योतिष गुरुकुलम् में शिव महापुराण कथा के सप्तम् दिवस पर आचार्य रमेश महाराज ने गंगा की महिमा बताई। उन्होंने महादेव से गंगा का जुड़ाव बताया। आचार्य महाराज जी ने बताया कि गंगा नदी अपने विशेष जल और इसके विशेष गुण के कारण मूल्यवान मानी जाती है, गंगा जल अपनी शुद्धता और पवित्रता को लम्बे समय तक बनाये रखता है। माना जाता है कि गंगा का जन्म भगवान् विष्णु के पैरों से हुआ था, साथ ही यह शिव जी की जटाओं में निवास करती हैं। गंगा स्नान, पूजन और दर्शन करने से पापों का नाश होता है, व्याधियों से मुक्ति होती है जो तीर्थ गंगा किनारे बसे हुए हैं वे अन्यों की तुलना में ज्यादा पवित्र माने जाते हैं। गंगा जल को वैज्ञानिक तौर पर स्वास्थ्य वर्धक बताया गया है, गंगा जल से बीमारियों से भी राहत मिलती है। गंगा जल स्नान मात्र से पापों से मुक्ति मिल जाती है, गंगा जल में स्नान से रिद्धि-सिद्धि, यश-सम्मान की प्राप्ति होती है। अमावस्या के दिन गंगा स्नान और पितरों के निमित्त तर्पण व पिंडदान करने से सद्गती प्राप्त होती है और यही शास्त्रीय विधान भी है। महादेव को अगर गंगाजल चढ़ाकर उनका अभिषेक किया जाए तो वह अत्यधिक प्रसन्न होते है। विष के प्रभाव को कम करने में गंगा जल ने अहम भूमिका निभाई थी, इसीलिए महादेव गंगा जल चढ़ाकर अभिषेक करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। वरिष्ठ समाजसेवी तथा कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सचिन गुप्ता ने ज्योतिष गुरुकुलम में चल रही कथा में पहुंचकर आचार्य जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रदीप कुमार, संजीव शास्त्री, राधा भटनागर, सुलक्षणा सेमवाल, अदिति सेमवाल, डॉ० अर्पित सैनी, इमरान देशभक्त आदि मौजूद रहे।

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