हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। जिला मुख्यालय विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में जिले में संचालित समस्त योजनाओं की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिले में संचालित योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट के अवलोकन के साथ की गई। प्रत्येक विभाग के अधिकारियों ने अपनी योजनाओं और परियोजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति पर प्रस्तुति दी। इसके तहत, ग्रामोत्थान परियोजना, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास से संबंधित गतिविधियां, और अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के दौरान जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामोत्थान परियोजना ने परियोजना के तहत संचालित सभी गतिविधियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, गैर-कृषि आजीविका संवर्धन, स्व-सहायता समूहों के माध्यम से उद्यमिता विकास और ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों के उपयोग से चल रही गतिविधियों की प्रगति के बारे में बताया।
सीडीओ हरिद्वार ने ग्रामोत्थान परियोजना के तहत बनाए गए स्वरोजगार मॉडलों, गैर-कृषि क्षेत्र में उद्यमिता के विस्तार, और महिला समूहों की भागीदारी पर विशेष जोर देते हुए निर्देश दिए। उन्होंने लंबित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूर्ण करने और सभी पैरामीटर पर गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने की बात कही।
मनरेगा के तहत चल रही विभिन्न योजनाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए सीडीओ ने मजदूरी भुगतान, परियोजनाओं की गुणवत्ता और समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, जल संरक्षण, ग्रामीण सड़क निर्माण, और आजीविका संवर्धन से जुड़ी योजनाओं पर भी चर्चा की गई। बैठक के दौरान, सीडीओ महोदया ने अधिकारियों को लंबित कार्यों की सूची प्रस्तुत करने और उनके शीघ्र निस्तारण के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीडीओ ने बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों से विभिन्न परियोजनाओं के निर्धारित पैरामीटर पर जानकारी ली। उन्होंने हर योजना के तहत प्राप्त लक्ष्यों और उनके कार्यान्वयन में आ रही चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि हर योजना का क्रियान्वयन इस प्रकार से किया जाए, जिससे क्षेत्र के अधिकतम लोगों को लाभ मिले। सीडीओ हरिद्वार ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समय-समय पर फील्ड विजिट करें और योजनाओं की प्रगति का वास्तविक मूल्यांकन करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लाभार्थियों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिले। साथ ही, उन्होंने ग्राम स्तरीय संस्थाओं और स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण पर जोर दिया। बैठक का समापन सीडीओ महोदया द्वारा सभी विभागों के अधिकारियों को बेहतर समन्वय और समयबद्ध कार्य योजना के साथ कार्य करने के निर्देश देते हुए हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि हर योजना का प्रभावी क्रियान्वयन तभी संभव है जब अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ निभाएं।
इस अवसर पर इस बैठक में जिले के विभिन्न विभागों एवं परियोजनाओं के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इनमें जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामोत्थान परियोजना, एपीडी- डीआरडी, और डीडीओ-मनरेगा सहित अन्य योजनाओं के प्रभारी अधिकारी शामिल थे।