गायत्री परिवार ने विवेकानंद जयंती को युवा चेतना दिवस के रूप में मनाया
वेद प्रकाश चौहान सह सम्पादक
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(वेद प्रकाश चौहान) हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं शांतिकुंज परिवार ने राष्ट्रीय युवा दिवस उत्साह के साथ वर्चुअल मनाया। शांतिकुंज में राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं युवा जागरण गीत के साथ हुआ। इस अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में युवा जुड़े। इस मौके पर अपने वर्चुअल संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि युवा सम्राट स्वामी विवेकानंद युवाओं को आदर्श जीवन के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करते रहे हैं। वे सकारात्मक विचार के साथ आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के बीच मना रहे युवा दिवस के मौके पर स्वामीजी के किसी एक आदर्श को जीवन अपनाने के लिए संकिल्पत हों और लोभ, मोह, अहंकार के बंधनों से आजादी के लिए अपना कदम बढ़ायें। श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या ने कहा कि स्वामीजी जो कहते, उसे जीवन में समर्पण व पारदर्शिता के साथ अपनाते रहे। यही कारण था कि उन्होंने बड़े से बड़ा कार्य सम्पन्न कर पाये। ऑनलाइन दिये अपने संदेश में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि स्वामी जी के विचारों को आत्मसात करने से स्वयं ऊँचा उठेंगे और दूसरों का भी मार्ग प्रशस्त कर पायेंगे। आज ऐसे प्रतिभावान व कर्मठ युवाओं की जरूरत है, जो निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र के विकास के लिए कार्य कर सकें। कार्यक्रम का संचालन युवा प्रकोष्ठ समन्वयक केदार प्रसाद दुबे ने किया।