अवैध खनन सामग्री परिवहन पर खनन विभाग की कार्यवाही, तीन वाहन सीज
मोहम्मद आरिफ उत्तराखंड क्राइम प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। जनपद में अवैध खनन व परिवहन करने वालों पर खनन विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। जिससे खनन माफियाओं में अफरा तफरी माहोल बना हुआ है। इसी क्रम में खनन अधिकारी प्रदीप कुमार ने एक बार फिर अवैध खनन करने वाले कारोबारियों के पंख कतर डाले हैं। जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि वह भगवानपुर तहसील से बैठक के उपरांत जैसे ही बेडुपुर चौक पर कुछ समय के लिए रुके। तभी उक्त क्षेत्र का रैकी करने वाला तंत्र एक्टिव हो गया। कोई उपखनिज वाहन मुख्य मार्ग पर नही दिखा। और फिर जैसे ही बेडुपुर चौक से धनोरी की ओर मुड़े तो मुखविर से सूचना मिली कि आपकी गाड़ी निकलने के उपरांत एक ट्रक बिना रवन्ना वाला भगवानपुर की ओर तेजी से भाग गया है। उन्होंने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलते ही वापस भगवानपुर की ओर मुड़े व लगभग 5 से 6 किलोमीटर की दूरी तक पीछा करते हुए वाहन को रोका गया, तो उसके पास कोई ई रवन्ना नही पाया गया। और उक्त वाहन बुग्गावाला क्षेत्र से इमलीखेड़ा होते भगवानपुर की ओर जा रहा था। पर मार्ग में कई चौकी होने के उपरांत भी इस पर किसी की ना नजर पड़ी, न ही इस वाहन को रोका गया। उन्होंने बताया कि वाहन सं- UK07CB 9767 (16 टायरा) में 37 टन अवैध बजरी भरी पाई गई है। वाहन चालक पंकज कुमार पुत्र जगतमाल, निवासी सतपुरा, सहारनपुर कोई वैध दस्तावेज नही दिखा पाया, जिसे वापस मुड़वाकर चौकी इमलीखेड़ा के सुपुर्द किया गया है। खनन अधिकारी प्रदीप कुमार ने और जानकारी देते हुए बताया कि इसके उपरांत खनन विभाग की टीम ने गस्त बढ़ाई, तो सांय 6.30 पर बहादराबाद-हरिद्वार मोटर मार्ग पर जांच कर रहे थे तभी एक वाहन सं0-UK08CB 3752 (22 टायरा) आता दिखाई दिया। जिसमें ई रवन्ना सुबह 11 बजे से कटा पाया गया। परन्तु वाहन के 11 बजे से 6 बजे तक मात्र रेंगते पाये जाने पर 1 रवन्ना पर 2 चक्कर लगाने की संभावना के दृष्टिगत कार्यवाही की गयी है। और वाहन चालक मुस्तफा पुत्र मुर्तजा, निवासी भारापुर, रुड़की कोई ठोस जबाब नही दे पाया। जिसमें 37 टन कोरसेंड भरी पाई गई, जो अवैध होने के कारण वाहन को सीज करके जय दुर्गे स्टोन क्रेशर इब्राहिमपुर के मुंशी के सुपुर्द किया गया है। इसके उपरांत टीम रात्री गस्त पर भोगपुर की ओर निकली। जैसे ही टीम 8 बजे धनपुरा गांव की ओर गई तो उधर से UK08CA 7469 10 टायरा आता दिखाई दिया। वाहन चालक कोई वैध कागजात नही दिखा पाया, वाहन में 16 घनमीटर कोरसेंड थी। वाहन को सीज कर पुलिस चौकी फेरुपुर के सुपुर्द किया गया है। जिला खनन अधिकारी हरिद्वार प्रदीप कुमार का कहना है कि जो भी वाहन अवैध परिवहन में पकड़ा जाता है उसे तत्काल सीज कर दिया जाता है। यदि किसी वाहन में गलत ई रवन्ना पाया जाता है या अधिक समय का ई रवन्ना दिया जाता है तो ऐसे केस में जहां से भी रवन्ना काटा गया होता है उस खनन प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया जा रहा है। उनका संतोषजनक जबाब न होने के कारण उनका पोर्टल बन्द कर दिया जाएगा। और जो भी वाहन फर्जी ई रवन्ना के पाया जायेगा, उनको सीज किए जाने के साथ साथ ही वाहन चालक, स्वामी पर खनन एक्ट व आईटी एक्ट में मुगदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे ही कुछ दिनों पूर्व पकड़ी गयी 2 गाड़ियों में बिना स्टोन क्रेशर से उपखनिज लिए और ई रवन्ना लिए फर्जी रवन्ना बाजार से जेनरेट करवाने के कारण वाहन चालक, स्वामी के खिलाफ सम्बंधित स्टोन क्रेशरों से मुकदमा दर्ज किया जा रहा है, जिससे फर्जी ई रवन्ना जारी करने वालो की तह तक जा सके और वह लोग पकड़े जा सके। जिला खनन अधिकारी का कहना है कि हमारी टीम लगातार गस्त कर रही है जो अब रात को भी लगातार गस्त करेगी और अवैध खनन, परिवहन में लिप्त वाहनों और उनसे जुड़े लोगों पर त्वरित कार्यवाही करेगी। ऐसे खनन प्रतिष्ठान जो अवैध उपखनिज वाहनों को देते है उन पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। वाहन चालकों और स्वामियों को भी एक संदेश देना चाह रहे है कि किसी भी ऐसे खनन प्रतिष्ठान से उपखनिज बिल्कुल न ले, जो ई रवन्ना नही दे रहा है जिससे वाहनों पर कार्यवाही से वाहन स्वामी ही बच पाएंगे। कार्यवाही में खनन निरीक्षक मनीष कुमार, खनिज मोहर्रिर माधो सिंह व पीआरडी जवान जशवंत सिंह उपस्थित रहे।