हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। सर्दी शुरू होते ही सड़कों पर गन्ने से भरे ट्रक और ट्रेक्टर ट्रोले भी चलने शुरू हो गए हैं। मगर ऐसा लगता है कि अभी तक हरिद्वार प्रशासन की ओर से इनके मानक तय नही हुए हैं। मानक इस चीज के किस वाहन में किंतने कुंटल तक गन्ना ले जाया जा सकता है। इसके अभाव में ट्रैक्टर ट्रॉले के चालक ओवरलोड गन्ने भरकर यमराज का रूप बन सड़को पर काल बनकर चलने लगे हैं। इनका संतुलन कहाँ किस के ऊपर काल बनकर खोयेगा ये तो समय ही जाने। शायद अधिकांश समय मीटिंग में व्यस्त रहने वाले हरिद्वार के अधिकारियों को ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’ पर ही रश्म अदायगी निभाने की आदत पड़ गयी है। ये ओवरलोड गन्ने के वाहन रास्ते मे गन्ने बिखरते हुवे जाते देखे हैं। जिस पर दो पहिये वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते देखे गए हैं। जबकि दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद में गन्ने ले जाने वाले ट्रेक्टर ट्रॉले या ट्रक पर मानक तय हो चुके हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कार्यशैली को देखकर भी कई जनपद के अधिकारी अपनी सुस्ती नही छोड़ पा रहे हैं। ऐसे अधिकारी फोन उठाने से भी परहेज करते देखे गए हैं। ऐसे में राहगीरों की सुरक्षा भगवान के भरोसे।