हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। स्वागत सामाजिक संस्था ने कार्यक्रम की शुरुआत केक काटकर की। संस्था के संरक्षक नसीम सलमानी ने कहा कि क्रिसमस एक समुदाय का त्योहार नहीं रहा। यह सभी धर्मों का एक सामूहिक उत्सव हो गया है। श्री सलमानी ने कहा कि यह समय है कि हम बच्चों के शिक्षा व उन्नति के बारे में सोचें व उस दिशा में प्रयास करें। वहीं संस्था के महासचिव गुलनवाज सिद्दीकी ने कहा कि बच्चे भविष्य के कर्णधार हैं।नववर्ष सभी के जीवन में खुशियों के नए रंग लेकर आए। सभी के लिए यह नववर्ष सुखद एवं खुशियों भरा हो। संस्था के कोषाध्यक्ष तबस्सुम सिद्दीकी ने कहा है कि क्रिसमस जीसस क्रिस्ट के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। जीसस क्रिस्ट को भगवान का बेटा कहा जाता है। क्रिसमस का नाम भी क्रिस्ट से पड़ा, संस्था की सदस्य सानिया सिद्दीकी ने कहा कि प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को प्रभु यीशु मसीह का जन्म दिन पूरी दुनिया में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। वैश्वीकरण के दौर में त्योहारों की संस्कृति भी अपनी सीमाएं लांघ चुकी है। पूरा विश्व समुदाय विभिन्न सांस्कृतिक पर्वों को उल्लास के साथ मनाता है। क्रिसमस का संदेश आपस में खुशियां बांटना, खुश रहना, प्रेम व भाईचारा फैलाना है। संस्था के पदाधिकारी सोमपाल, मेहरबान अली, सागर कुमार, आशीष, महक सिद्दीकी, सोहेल सिद्दीकी, राकेश बादल, अनिल, आयुष चौहान, नीतू व आबाद शाहिद आदि उपस्थित रहे।