ध्वजारोहण के साथ श्रीरामलीला कमेटी के 100वें वार्षिकोत्सव की शुरूआत, राम विवाह पर निकलेगी भव्य शोभायात्रा
गगन शर्मा सह सम्पादक
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। श्रीरामलीला कमेटी ने रविवार को अपने 100वें वार्षिकोत्सव यानि शताब्दी वर्ष की शुरूआत की। श्रीरामलीला भवन में ध्वजारोहण पर शोभायात्रा निकाली गई। कमेटी के सभी पदाधिकारियों ने ब्रह्मकुंड हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन कर कार्यक्रम के सकुशल संपन्न होने की मां गंगा से प्रार्थना की। भारतीय संस्कृति से जुड़े कई पक्षों का मंचन किया गया। बड़ी रामलीला का भी शुभारंभ कोतवाली के पास स्थित श्रीरामलीला भवन पर ध्वजारोहण के साथ किया गया। रामलीला की भव्य शोभायात्रा निकाली गई और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन चरित्र का दर्शन करने का आह्वान किया गया। कमेटी के सभी पदाधिकारियों ने ब्रह्मकुंड हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन कर कार्यक्रम के सकुशल संपन्न होने की मां गंगा से प्रार्थना की। श्रीरामलीला भवन में धर्मध्वजा का आरोहण कर श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा ने कहा कि धर्म उसी की रक्षा करता है जो धर्म की रक्षा करता है और रामलीला कमेटी प्रतिवर्ष धर्म के सापेक्ष आचरण करने की प्रेरणा स्वरूप आयोजन करती है।श्रीरामलीला संपत्ति कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील कुमार भसीन ने कहा कि धर्म को धारण करने से समाज को सन्मार्ग की प्रेरणा मिलती है। कमेटी के महामंत्री महाराजकृष्ण सेठ ने श्रीरामलीला कमेटी का इतिहास विस्तार से बताया। शोभायात्रा बैंडबाजों के साथ अपर रोड होते हुए हरकी पैड़ी पहुंची, जहां सभी ने मां गंगा का पूजन कर विश्व कल्याण की कामना की। तत्पश्चात शोभायात्रा बड़ा बाजार-मोती बाजार होते हुए श्रीरामलीला भवन पहुंच के संपन्न हुई। कार्यक्रम एवम शोभा यात्रा में वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनय सिंघल, उपाध्यक्ष राकेश गोयल, मंत्री डॉ. संदीप कपूर, उप मंत्री कन्हैया खेवड़िया, कोषाध्यक्ष रविन्द्र अग्रवाल, ट्रस्ट के मंत्री रविकान्त अग्रवाल, संरक्षक गंगाशरण मददगार, मुख्य दिग्दर्शक भगवत शर्मा, श्रीकृष्ण खन्ना, जिला उपभोक्ता फॉर्म की पूर्व सदस्या अंजना चड्डा, साहिल मोदी, रमन शर्मा, पवन शर्मा, राहुल वशिष्ठ, ऋषभ मल्होत्रा, विशाल गोस्वामी, दर्पण चड्ढा, मनोज बेदी, सुनील वधावन, विकास सेठ, महेश गौड़, राकेश बजरंगी, मयंक मूर्ति भट्ट, सुरेन्द्र अरोड़ा, रमेश खन्ना, अंकित शर्मा, अनिल सखूजा, गोपाल छिब्बर आदि मौजूद रहे।