उत्तराखंड रोवर सेक्शन में प्रदेश के पहले लीडर ट्रेनर बने प्रोफेसर सतेंद्र कुमार
नीटू कुमार हरिद्वार जिला संवाददाता
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। प्रो० सतेंद्र कुमार वर्तमान समय में राजकीय मॉडल महाविद्यालय मीठीबेरी, हरिद्वार में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। जो एनसीसी के कैप्टन के साथ-साथ प्रदेश के प्रथम रोवर स्काउट लीडर बने है जिन्होंने दिसंबर माह में राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी, मध्य प्रदेश से रोवर सेक्शन की छठी व अंतिम लीडर ट्रेनिंग लेकर प्रदेश का नाम रोशन किया। प्रो० कुमार ने कहा कि वह 2005 से इस राष्ट्रीय प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से काम करके 18 वर्षों के बाद इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं। आपने बताया कि प्रथम ट्रेनिंग बेसिक, हाई स्कूल के बराबर, द्वितीय ट्रेनिंग एडवांस्ड, इंटरमीडिएट के बराबर, तृतीय ट्रेनिंग हिमालय वुडवेज, स्नातक के बराबर, चतुर्थ ट्रेनिंग प्रीऐएलटी, पोस्ट ग्रेजुएशन के बराबर, पंचम ट्रेनिंग ऐएलटी, पीएच डी के बराबर और सषटम ट्रेनिंग एलटी, डिलीट के बराबर होती है। प्रथम ट्रेनिंग बेसिक के 6 माह बाद दूसरी ट्रेनिंग एडवांस की जा सकती है। इसके साथ क्वेश्चननियर भी जमा करने होते हैं तथा साथ ही कॉलेज से राष्ट्रपति रोवर भी तैयार करने होते हैं। दूसरी ट्रेनिंग एडवांस के 1 साल बाद हिमालय वुडवेज के लिए एलिजिबल हो जाता है। इसमें भी कुछ असाइनमेंट जमा करने होते हैं, साथ ही कॉलेज से राष्ट्रपति रोवर भी तैयार करने होते है। यह तीनों ट्रेनिंग यूनिट लीडर के लिए कॉलेज में यूनिट चलाने के लिए पर्याप्त होती है। यदि प्रशिक्षक इससे भी आगे बढ़ना चाहे तो तीन और ट्रेनिंग होती है जो यूनिट लीडर को भी ट्रेंड करती है, वे लीडर ऑफ द लीडर कोर्स कहलाते हैं।
हिमालय वुडवेज के 6 माह बाद चौथी ट्रेनिंग प्री ऐएलटी की होती है। इसमें असाइनमेंट के साथ-साथ कोर्स एसिस्ट भी करना होता है। प्री ऐएलटी के 1 साल बाद पांचवी ट्रेनिंग ऐ एल टी की होती है, इस ट्रेनिंग में भी कोर्स असाइनमेंट व कोर्स एसिस्ट करना होता है, साथ ही राष्ट्रपति रोवर भी निकालने होते हैं। ऐएलटी के 2 वर्ष बाद छठी ट्रेनिंग एलटी की होती है। इसमें भी कोर्स एसिस्ट व कोर्स असाइनमेंट जमा करने होते हैं। अर्थात बेसिक के बाद एडवांस से लेकर के एलटी तक सभी ट्रेनिंग में क्वेश्चनयर अर्थात कोर्स असाइनमेंट और कोर्स असिस्टेंस के साथ संस्था से राष्ट्रपति रोवर भी तैयार करने होते हैं। केवल प्री ऐ एल टी का प्रशिक्षण 5 दिन का होता है और बाकी सभी ट्रेनिंग का प्रशिक्षण 7 दिन का होता है । वर्तमान समय में प्रादेशिक कैंपिंग सेंटर भोपाल पानी में बेसिक व एडवांस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हिमालय वुडबेज कोर्स प्रदेश में करने के लिए दो बार हिमालय वुडबेज कोर्स असिस्ट करने के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी जाना होता है तभी वह प्रदेश में हिमालय वुडबेज कोर्स करा सकता है। आपने बताया कि उत्तराखंड बनने के बाद प्रदेश में रोवर स्कॉट लीडर का बेसिक कोर्स दिसंबर 2005 में शांतिकुंज मैं हुआ था जिसमें प्रदेश के 70 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हुए थे। जिसको कराने के लिए लीडर ऑफ द कोर्स उत्तर प्रदेश से लाऐ गए थे। द्वितीय एडवांस कोर्स जून 2009 में राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी मध्य प्रदेश से किया जिसमे प्रदेश से मात्र 12 शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जून 2012 में तृतीय हिमालय रोडवेज कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी मध्य प्रदेश से किया जिसमें उत्तराखंड से केवल 4 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। जिनमें से बाकी 3 प्रोफेसर्स ने छोड़ दिया। अब अकेले सतेंद्र कुमार इस क्षेत्र में आगे बढ़े। दिसंबर 2017 में अकेले चतुर्थ प्री ऐ एल टी कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमणि मध्य प्रदेश से प्राप्त किया। जनवरी 2020 में अकेले ऐ एल टी कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमणि मध्य प्रदेश से प्राप्त किया। दिसंबर 2023 में अकेले एल टी कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमणि मध्य प्रदेश से प्राप्त कर प्रदेश में पहले रोवर स्काउट लीडर बन कर सुनहरा इतिहास रचा।
डॉ0 कुमार ने बताया अब प्रदेश में इस मूवमेंट को गति प्रदान करेंगे। पूर्व में आप 1 बेसिक व् 1 एडवांस कोर्स प्रादेशिक ट्रेनिंग सेंटर भोपालपानी में लगा चुके हैं और हिमालय वुडबेज कोर्स पचमढ़ी मे असिस्ट कर चुके हैं। अब आप 2024 में बेसिक व एडवांस कोर्स प्रादेशिक प्रशिक्षण केंद्र भोपालपानी में लगाने जा रहे हैं। इसमें प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर बेसिक कोर्स प्राप्त करके अपने कॉलेज में यूनिट को अच्छी प्रकार से रन कर सकेंगे और एडवांस कोर्स प्राप्त करके छात्रों को राज्य स्तरीय व देश स्तरीय पुरस्कार को प्राप्त कराने में योग्य हो सकेंगे। उनके इस महानतम कार्य के लिये प्राचार्य प्रो0 अर्चना गौतम, प्राचार्य राजकमल कॉलेज डॉ० राघवेंद्र चौहान व अन्य साथियों ने शुभकामनाएं प्रेषित की। भारत स्काउट्स और गाइड्स उत्तराखंड के प्रादेशिक मुख्य आयुक्त, सीमा जौनसारी, रघुनाथ लाल आय॔, बंदना गबरियाल, रविंद्र मोहन काला, आर एस नेगी, बीएस बिष्ट, अंजलि चंदोला, आशा सोलकी,नरेंद्र सिंह, दिगंबर फुलोरिया, एलटी पांडे, बिमला पंत, पुर्वेंद्र सिंह, जिला सचिव, हरिद्वार, राजेश सैनी, पोस्ती, मंगल सिंह, हिमालय वुडवेज-रोवर, प्रशासनिक अधिकारी, बीएस रावत, राहुल कुमार, रेशमा आदि आदी ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।