त्रिवेंद्र सिंह रावत को पसमांदा समाज का पूर्ण समर्थन, कहां वोटो की बड़ी संख्या में होंगे विजयी
नीटू कुमार हरिद्वार जिला संवाददाता
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को जीतने का बिगुल पसमांदा समाज की ओर से भी बज चुका है। इसी क्रम में राष्ट्रवादी पसमांदा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पदाधिकारीयों ने रमजान के पवित्र महीने में टोपी तिलक रोजा इफ्तार पार्टी कार्यक्रम का आयोजन किया है। जिसमें हिंदू मुस्लिम एकत्र और आपसी मोहब्बत प्यार देखने को मिला है। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उत्तराखंड वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद शमशाद मीर व पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल पहुंचे। जिन्होंने कहा कि पवित्र रमजान में तिलक टोपी व रोजा इफ्तार कार्यक्रम हरिद्वार में पहली बार आयोजित हुआ है जो एकता और अखंडता का संदेश देता है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष शमशाद मीर ने पसमांदा समाज से कहा कि आजादी से लेकर आज तक लगभग 76 साल बीत चुके हैं। मगर किसी भी दल ने पसमांदा समाज का दर्द नहीं समझा है। केवल वोटो की राजनीति कर पसमांदा समाज का इस्तेमाल किया गया है। पसमांदा समाज का उत्पीड़न करने का काम किया गया है। और सर्वप्रथम भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पसमांदा समाज का दर्द समझा, उनको सम्मान देने का काम किया, उनको आगे बढ़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पसमांदा समाज की 78 जातियां 2024 की लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का काम करेगा। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पसमांदा समाज अपना एक-एक वोट हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत को दे और दो लाख से अधिक वोटो से जीत दिलाने का काम करें। जिससे पसमांदा समाज की उन्नति हो सके। हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में विकास की गंगा बह सके। उन्होंने एक बार फिर अपील करते हुए कहा कि इस बार फिर से कमल खिलाएं, एक देश एक वोट लाओ, हम अपने अधिकार को इस्तेमाल करें, और कमल को खिलाने का काम करें। उत्तराखंड वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विकास कार्यों को उपस्थित गणों के समक्ष उजागर किया और कहा कि केंद्र सरकार व उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के अनेकों उल्लेख है। जिनका लाभ उत्तराखंड की जनता भरपूर उठा रही है। चाहे वह आयुष्मान कार्ड हो। या उज्जवला योजना हो। या फिर एक कानून एक देश हो। उन्होंने हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के पक्ष में वोटो की अपील करते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तराखंड की जनता को लाभ पहुंचाने के लिए नई-नई योजनाएं चलाई है। जिनका लाभ हरिद्वार लोकसभा की जनता ने भी भरपूर उठाया है। और अब त्रिवेंद्र सिंह रावत को हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी के रूप में भाजपा ने चुना है। उन पर विश्वास जताया है। कि वह हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में अच्छा कार्य करेंगे, योजनाओं को धरातल पर उतरकर जनता को लाभ पहुंचाने का काम करेंगे। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अपना वोट त्रिवेंद्र सिंह रावत को दें और कमल के फूल को विजई बनाकर नरेंद्र मोदी के सर जीत का सेहरा बांधने का काम करें। वहीं पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल ने टोपी तिलक रोजा इफ्तार कार्यक्रम में महिलाओं का हज्जूम देख राष्ट्रवादी पसमांदा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री शबनम जहाॅ की तारीफें की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से महिलाएं प्रभावित हैं। और मुस्लिम महिलाएं बड़ी संख्या में भाजपा पार्टी को समर्थन भी दे रही है। जो भाजपा के हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना बहुमूल्य वोट देकर 4 लाख से भी अधिक वोटो से जीत दिलाएंगी। वही जैन समाज के लोग भी इफ्तार पार्टी में पहुंचे हैं। यह कार्यक्रम ज्वालापुर के ईदगाह क्षेत्र में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर प्रदेश मंत्री इस्लाम अब्बास, संगठन जिला अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ, जिला सलाहकार डॉक्टर मराठा, जिला उपाध्यक्ष इसरार उर्फ फोनी, नगर अध्यक्ष मोहम्मद दानिश, जिला महासचिव मोहम्मद आसिफ उर्फ बिट्टू चौधरी, जिला मीडिया प्रभारी मोहम्मद सलमान, जिला सोशल मीडिया प्रभारी मोहम्मद अश्अर, मोहम्मद अनीस, बहादुर, जिलावार, शेरखान, सोनू, सूल्तान, वसीम, मोहम्मद तनवीर, कादर अली, मोहम्मद आबिद, जिला संगठन सचिव मोहम्मद इस्लाम, संगठन नगर अध्यक्ष नरगिस नरगिस, संगठन महिला मोर्चा की सलाहकार शारदा बेगम, संगठन महिला मोर्चा नगर कोषाध्यक्ष रुकसार, नगर सचिव अंजुम, नगर उपाध्यक्ष शहनाज, नगर सचिव अफसाना, नगर सोशल मीडिया प्रभारी नीलोफर, रूबी, संगठन नगर उपाध्यक्ष अनीशा, आईश, नगर उपाध्यक्ष शबाना, भूरी, सफीका, महरुबा, रेशमा, शहजादी, अफसरी, गुलिस्तां, जहीरा, हासमीन आदि सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष मौजूद रहे।