हरिद्वार

जिला कारागार रोशनाबाद में श्री अखंड परशुराम अखाड़ा तत्वावधान में पांचवें दिन भी श्रीमद देवी भागवत कथा का हुआ आयोजन

नीटू कुमार हरिद्वार जिला संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। हिंदू नव वर्ष चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में जिला कारागार रोशनाबाद जेल हरिद्वार में श्रीमद् देवी भागवत कथा के पंचम दिवस कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री जी ने बताया देवराज इंद्र तथा देवताओं के ऊपर जब जब संकट आया तब तब मां भगवती मां दुर्गा ने रक्षा की शास्त्री ने बताया एक बार देवताओं के गुरु बृहस्पति जब स्वर्ग में पहुंचे देवताओं ने देख करके अनदेखा कर दिया जिसके कारण देव गुरु बृहस्पति ने समस्त देवताओं का त्याग कर दिया और गिरिकंदरा में जाकर छुपकर तपस्या करने लगे बिना गुरु के गति नहीं होती है गुरु ही असत्य से सत्य की ओर चलने की प्रेरणा देता है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है एवं मृत्यु से अमृत की ओर ले जाता है गुरु के द्वारा दिया गया ज्ञान से ही जीव का कल्याण होता है इंद्र ने गुरु के ना रहने पर त्वष्टाऋषि के पुत्र विश्वरूप को गुरु बनाया विश्वरूप ने इंद्र को नारायण कवच का ज्ञान दिया परंतु विश्वरूप जब यज्ञ करते तब असुरों के लिए भी यज्ञ में आहुति प्रदान कर देते इंद्र ने यह देख कर के विश्वरूप का वध कर दिया विश्वरूप के पिता त्वष्टाऋषि को जब इस बात का पता चला तब त्वष्टाऋषि ने यज्ञ करना प्रारंभ किया यज्ञ के द्वारा वृत्तासुर की उत्पत्ति हुई वृत्तासुर ने ब्रह्मा जी से वरदान प्राप्त किया कि मेरी मृत्यु किसी से ना हो तब इंद्र ने भगवान नारायण के कहने पर मां भगवती की तपस्या की मां भगवती ने प्रसन्न होकर के इंद्र को आशीर्वाद दिया मां भगवती के आशीर्वाद से इंद्र ने वज्र के द्वारा वृत्तासुर का वध किया परंतु इंद्र को ब्रहम हत्या लग गई जिस ब्रह्महत्या के निवारण के लिए इंद्र ने नौ दिनों तक देवी भागवत कथा का श्रवण किया तब जाकर के इंद्र मां भगवती की कृपा से ब्रह्महत्या से मुक्त हुआ शास्त्री जी ने बताया नवरात्रि के पावन अवसर पर जो भी श्रद्धालु भक्त देवी भागवत कथा का पाठ करता है एवं मां भगवती का पूजन करता है मां भगवती उसके समस्त कष्टों को संकटों को दूर कर देती हैं जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया मां के गर्भ से कोई भी अपराधी बनाकर के जन्म में लेता है सामाजिक एवं आर्थिक परिस्थितियों से पीड़ित होकर के जाने अनजाने में मनुष्य अपराध कर बैठता है देवी भागवत कथा श्रवण करने से अपने अपराधों का प्रसिद्ध करने पर मां की कृपा से कारगर से मुक्ति मिल सकती है श्री अखंड परशुराम अखाड़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष अधीर कौशिक जी ने बताय आज जेल में बंद बंधियो को उनके सुधार के लिए देवी भागवत कथा का श्रवण कराया जा रहा है बहुत ही जल्दी राम कथा एवं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भी बंदी गृह में अखाड़े के द्वारा किया जाएगा ताकि बंधिया के जीवन में परिवर्तन आ सके इस अवसर पर स्वामी रूद्रानंद महाराज, कुलदीप शर्मा, अश्मित कौशिक, हर्ष पंडित, आशीष, सोनू, शशिकांत आदि मौजूद रहे।

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