नगर पंचायत लंढौरा के पानी का टैंकर बना क्षेत्र में चर्चा का विषय, कस्बे में तरह-तरह की हो रही चर्चा
मोहम्मद आरिफ उत्तराखंड क्राइम प्रभारी
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(मोहम्मद आरिफ) हरिद्वार। नगर पंचायत लंढौरा का एक चौंकाने वाला कारनामा सामने आ रहा है। लगभग 6 वर्ष पूर्व किराए पर दिया गया पानी का टैंकर आज तक नगर पंचायत लंढौरा के अधिकारियों ने वापस नहीं लिया है और ना ही पानी के टैंकर का किराया वसूला गया है। अपनी जिम्मेदारी को दरकिनार कर केवल कुंभकर्णी मदहोशी की नींद में नगर पंचायत लंढौरा के जिम्मेदार गण सोते रहे। लगभग 6 वर्ष के बाद एक व्यक्ति की शिकायत पर नगर पंचायत लंढौरा के अधिकारीयों की नींद टूटी है। नींद टूटने पर हरकत में आए नगर पंचायत लंढौरा ने पानी के टैंकर को ले जाने वाले व्यक्ति को नोटिस दिया है। जो नगर पंचायत लंढौरा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामला लगभग 6 वर्ष पुराना है। नगर पंचायत लंढौरा से एक व्यक्ति ने अपने किसी कार्य के लिए पानी का टैंकर लिया था। लेकिन कार्य संपन्न होने के बाद भी पानी का टैंकर वापस नगर पंचायत लंढौरा को नहीं सौंपा गया। अधिकारी आए और चले गए और ऐसे ही धीरे-धीरे इस कारनामे को लगभग 6 वर्ष गुजर गए हैं। लेकिन किसी ने सरकारी पानी के टैंकर की सूध तक नहीं ली। चर्चा तो यहां तक है कि जो व्यक्ति किराए पर पानी का टैंकर ले गया था उसने नगर पंचायत लंढौरा को उसका आज तक का किराया भी नहीं दिया है और ना ही नगर पंचायत लंढौरा के अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया है। जो कस्बा क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का विषय बना हुआ है। आपको इस बात से भी अवगत करादे कि नगर पंचायत लंढौरा के अधिकारियों का गैर जिम्मेदारान कारनामा उस समय उजागर हुआ जब एक व्यक्ति ने पानी के टैंकर के संबंध में अपनी आवाज बुलंद की और जानकारी लेनी चाहिए। लेकिन उस व्यक्ति को सही जानकारी न देकर गोल गोल घुमाया गया है। और फिर हुआ यह कि नगर पंचायत लंढौरा कस्बे में पानी के टैंकर का मामला सुर्खियों में छा गया। कस्बे में चर्चा तो यहां तक बनी हुई है कि नगर पंचायत लंढौरा अपने कारनामे को छुपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे तैयार करने में लगा हैं। जिससे घोर लापरवाही का मामला दबाया जा सके।