हरिद्वार

दिल की बीमारी से अगर है बचना तो अपनाये स्वस्थ जीवन शैली: डा० शाह

गगन शर्मा सह सम्पादक

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। कम उम्र के लोगों में भी हृदय रोग का खतरा बढ़ रहा है। हालांकि लोगों को हृदय रोगों की गंभीरता का तब तक पता नहीं चलता, जब तक वह इससे पीड़ित न हो जाएं। इस कारण लोगों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 29 सितंबर माह में विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व हृदय दिवस 2023 की थीम यूज हार्ट, नो हार्ट यानी हृदय का उपयोग करें और हृदय को जानें। उपरोक्त जानकारी देते हुये डा-संजय शाह, मेडिकल डायरेक्टर, स्वामी रामप्रकाश चैरिटेबल हॉस्पिटल (स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी द्वारा संचालित) ने बताया कि हृदय रोगों में स्ट्रोक, जन्मजात हृदय दोष, हृदयाघात, कार्डियक अरेस्ट, पेरिकार्डियल बहाव, रुमेटिक हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना आदि शामिल है। दिल की इन गंभीर बीमारियों से दूर रहने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की जरूरत है। हृदय रोगों का मुख्य कारण है उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रोल की अधिकता। कोलेस्ट्रोल के अणुओं का आकार भी दिल के रोगों की संभावना बढ़ाता है। रक्त नलिकाओं की भीतरी दीवारों पर बुरे कोलेस्ट्राल का जमना अथेरोस्टकलेरोसिस कहलाता है। इसके कारण रक्तत वाहिनियां संकरी हो जाती हैं और हृदय को रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है। बढ़ती आयु के साथ-साथ कसरत करना जरूरी होता जाता है जिसमें सुबह-शाम की सैर और हल्के-फुल्के व्यायाम को शामिल किया जा सकता है। डा० शाह ने कहा कि व्यायाम न करना दिल के लिए उतना ही घातक है जितना कि धूम्रपान करना। व्यायाम से दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और वह कमजोर नहीं पड़ता। इसके अतिरिक्त लगातार चलते रहने से हाथ-पैरों की धमनियां स्वस्थ रहती हैं जिससे शरीर में रक्त परिसंचरण ठीक से होता है। मोटापा भी दिल की बीमारियों को खुला निमन्त्रण है। वजन घटाने के लिए नियमित व्यायाम तथा सीमित मात्र में साधारण भोजन सबसे अच्छा उपाय है। परन्तु वजन घटाने के लिए भूखे रहने तथा उल्टे-सीधे नुस्खों का चयन नहीं करना चाहिए इससे दिल पर बुरा असर पड़ता है। वहीं, धूम्रपान दिल और दिमाग को शराब से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। साथ ही एक व्यक्ति के धू्म्रपान करने से उसके आसपास के लोग भी अप्रत्यक्ष रूप से धुंए की चपेट में आ जाते हैं। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा-संजय शाह ने कहा कि दिल को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि हम भोजन में वसा की मात्र को सीमित करें, तला-भुना और चिकनाई वाले खाने से वजन तो बढ़ता ही है साथ ही यह चिकनाई खून की धमनियों में जम जाती है जिससे खून का दौरा धीरे-धीरे कम होता जाता है। काली चाय को भी दिल की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। उन्होंने बताया कि हृदय रोगों के जोिऽम को कम करने और दिल की बीमारियों से बचने व इलाज के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व हृदय दिवस के मौके पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोगों को हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति सचेत करने के लिए विश्व हृदय दिवस मनाते हैं।

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