हरिद्वार

सड़क के गड्ढे दे रहे बड़ी दुर्घटना को दावत, अभियान केवल कागजों तक ही सीमित

रजत चौहान प्रधान सम्पादक


हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। जहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गड्ढे मुक्त अभियान को लेकर संबंधित विभाग को आदेश दिए हुए हैं, तो वही संबंधित विभाग अपने ही मुखिया के आदेशों की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहा है, जो शहर में एक चर्चा बना हुआ है। चर्चा है कि उत्तराखंड सरकार की ओर से सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान केवल कागजों तक ही सीमित दिखाई दे रहा है धरातल पर इसकी वास्तविकता शून्य है। ऐसा ही एक मामल सिडकुल स्थित सलेमपुर डेंसो चौक के पास का आया है जहां सड़कों पर बने गड्ढे किसी बड़े हादसे को दावत दे रहे हैं। जी हां सिडकुल स्थित डेंसो चौक के पास बनी कहीं फैक्ट्रीयों में हजारों कर्मचारी इस रस्ते से गुजरते हैं। सबसे बड़ी हैरत की बात यह है कि इस महत्वपूर्ण सड़क से कई बड़ी कंपनियाँ जुड़ी हुई हैं। जहाँ प्रतिदिन हजारों कर्मचारी काम करने के लिए इसी जर्जर सड़क से होकर गुजरते हैं। पिछले कई सालों से यह सड़क दो-दो फीट गहरे गड्ढों और जल-भराव की विकराल समस्या से जूझ रही है। थोड़ी सी बारिश होने पर भी यहाँ से गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं होता। टूटी हुई सड़क के कारण आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। लेकिन लोक निर्माण विभाग और सिडकुल प्रशासन लगातार इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। इस रास्ते से आवाजाही करने वाले लोगों के साथ कई हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके संबंधित विभागों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। सरकार के गड्ढा मुक्त सड़कों के दावों के बीच, सलेमपुर सिडकुल की यह सड़क व्यवस्था की पोल खोल रही है और संबंधित विभागों की उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। अब देखना यह होगा कि क्या सम्बन्धित विभाग कुंभकरण की नींद से जागता है या किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।

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