हरिद्वार

श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का विरोध करने वालों को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तनख्वैया घोषित करेगी: महंत रवींद्र पुरी

गगन शर्मा सह सम्पादक

(गगन शर्मा) हरिद्वार। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का विरोध करने वालों को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तनख्वैया घोषित करेगी। यह घोषणा आज हरिद्वार में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज ने की। श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के प्रथम बार उत्तराखंड आगमन पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और निरंजनी पंचायती अखाड़े ने संयुक्त रूप सेस्वागत एवं आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया था। स्वागत समारोह में स्वागत भाषण देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष निरंजनी अखाड़ा के सचिव एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद श्री राम लाल का भव्य और दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि 500 सालों बाद सनातन धर्म पर विश्वास करने वाले अनुयायियों का सपना पूरा हुआ है और अयोध्या में राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला विराजमान हो रहे हैं।परंतु ऐसे में कुछ विघ्न संतोषियों ने रामलला के मंदिर का विरोध करना शुरू कर दिया है और ऐसे लोगों की एक जमात पूरे देश में खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि जो राम विद्रोही है और जो राम के मंदिर का विरोध कर रहे हैं उन्हें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद चेतावनी देता है कि वह अपना विरोध करना बंद करें वरना अखाड़ा परिषद उन्हें सनातन धर्म समाज से बहिष्कृत कर देगी और उन्हें तनख्वैया घोषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को तनख्वैया घोषित किया जाएगा उन्हें तभी माफी दी जाएगी और समाज में शामिल किया जाएगा जब वह अयोध्या में राम मंदिर में जाकर कर सेवा करेंगे और श्री राम की सेवा करेंगे और अपने कहे पर प्रायश्चित करेंगे तभी उन्हें माफ किया जाएगा।

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