उत्तराखंड

धोखाधड़ी करने वाला शातिर आरोपी को पौड़ी पुलिस ने दिल्ली से किया गिरफ़्तार

राजेश कुमार उत्तराखंड प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) पौड़ी। पौड़ी के कोतवाली कोटद्वार में एक धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार दिनांक 14.10.2023 को वादनी श्रीमति शीला देवी निवासी झंडीचौड़ पूर्वी कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल ने कोतवाली कोटद्वार में मामला दर्ज कराया था, जिसमें पीड़ित ने बताया कि पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति जो अपने आप को वादिनी के भाई सतीशपाल सिंह उर्फ सत्यपाल का पुत्र बताता है ने वा दनी के भाई सतीशपाल सिंह उर्फ सत्यपाल को झूठे एवं बनावटी तौर पर सन 1998 से लापता बताते हुए मा0 न्यायालय सिविल जज महोदय कोटद्वार गड़वाल के समक्ष एक दीवानी वाद संख्या 08/2019 पुरुषोत्तम बनाम, सतीशपाल दायर करते हुए माननीय न्यायालय के समक्ष झूठे दस्तावेज एवं साक्ष्य प्रस्तुत करके एवं माननीय न्यायालय को गुमराह करते हुए वादिनी के भाई जीवित रहते हुए माननीय न्यायालय में उसे मृत घोषित कर दिया और पुरुषोत्तम द्वारा ग्राम पश्चिमी झंडीचौड़, पट्टी हल्दूखाता, कोटद्वार की 0.079 हेक्टेयर भूमि व ग्राम पूर्वी झंडीचौड़ पट्टी हल्दुखाता, कोटद्वार की 0.096 हेक्टेयर भूमि की खाता खतौनी में वादिनी के भाई के स्थान पर भूमि का दाखिल खारिज कर भूमि को अपने नाम करवा दिया। वहीं वादनी ने बताया कि उसका भाई सतीशपाल अभी जीवित है एवं स्वस्थ है जो कि उसके साथ ही रह रहा है साथ ही वादनी के भाई ने वर्ष 2009 से वर्ष 2015 के बीच समय समय पर अपनी भूमि क्रय और विक्रय की है। जिसमें यह स्पष्ट हो रहा है कि वादिनी का भाई लापता नहीं है। तथा पूर्वी झंडीचौड़ कोटद्वार में निवास कर रहा है। वहीं प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपीयों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस टीम द्वारा पूर्व में ही मुखबिरों आदि की मदद से से दिनांक 10.05.2023 को अभियुक्त सुनील, पुरुषोत्तम, पुष्पा देवी एवं 20.05.2023 को अभियुक्त महेन्द्र, यतेंद्र, को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था। अभियुक्त सुरेशचंद्र अभियोग उपरोक्त में काफी समय से फरार चल रहा था। फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु संभावित ठिकानों पर पुलिस द्वारा लगातार दबिश दी जा रही थी। लेकिन शातिर किस्म का अपराधी होने के कारण अभियुक्त पुलिस को चकमा दे रहा था। जिसमें फरार अभियुक्त सुरेशचन्द्र पर पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा 5000/ रूपए का ईनाम घोषित किया गया था। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे द्वारा उक्त धोखाधड़ी की घटना को गंभीरता से लेते हुए स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए फरार अभियुक्त सुरेशचन्द्र की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीम गठित करने हेतु आदेशित किया गया। निर्देशों के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्रीमति जया बलोनी के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी कोटद्वार वैभव सैनी के पर्यवे क्षण, प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार व मौ० अकरम प्रभारी सीआईयू के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। वही गठित पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयासों से सर्विलांस की मदद से कई दिन तक दिल्ली में ही डेरा जमाने के बाद अभियुक्त सुरेशचन्द्र को दिनांक 21.10.2023 को मुकुंदपुर बौराडी दिल्ली से गिरफ़्तार कर लिया गया। गिरफ़्तार अभियुक्त को माननीय न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है वहीं पौड़ी पुलिस अभियुक्त के अन्य आपराधिक इतिहास की भी जानकारी जुटा रही है।

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