हरिद्वार

आंख मिचौली का खेल खेल रही बिजली, इनवर्टर भी हुए फेल, लोग हो रहे परेशान

रात्रि में अघोषित बिजली कटौती नहीं होगी बर्दाश्त: सुनील सेठी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। हरिद्वार धर्मनगर में इस समय आंख मिचौली का खेल खेल रही बिजली ने घरों में लगे इनवर्टर को भी फेल कर दिया है, तो वही लोग बत्ती गुल होने से परेशान हो रहे हैं, जिसको लेकर रविवार को महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने बताया कि उतरी हरिद्वार समेत मुख्य बाजारों में रात्रि में बार बार ट्रिपिंग कई घंटो अघोषित कटौती की वजह से व्यापारियों का सामान और होटल धर्मशाला के व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री से समुचित व्यस्थाओ के लिए विद्युत विभाग पर कार्यवाही की मांग करते हुए सेठी ने बताया कि यात्रा सीजन के लिए सभी विभागों को तैयार रहना चाहिए लेकिन विद्युत विभाग का हर वर्ष छुट्टियों विशेषकर शुक्रवार से रविवार लोड बड़ने पर व्यवस्थाएं फेल हो जाती है रात्रि में न तो दफ्तरों के न अधिकारियों के फोन उठते है जिससे यात्री और स्थानीय दोनो परेशान होते है। हरिद्वार में बिजली हो या पानी की व्यवस्था यात्रा सीजन शुरू होते ही धड़ाम हो चुकी है जिसके लिए विभागो के कर्मचारी तो रात दिन कार्य कर रहे है लेकिन जिन जिम्मेदार अधिकारियों को पूर्व में व्यवस्थाएं बनानी थी उनकी वजह से विद्युत विभाग की व्यवस्थाएं फेल होती दिख रही है, मुख्यमंत्री लगातार यात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्थाओं के लिए कार्य कर रहे है लेकिन कुछ विभाग सरकार के कार्यों को गंभीरता से नहीं ले रहे जिनकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी और जरूरत पड़ने पर विभाग के बाहर धरना प्रदर्शन को भी हम बाध्य होंगे। कल रात्रि उतरी हरिद्वार में पूरी रात बिजली ने लोगो को परेशान किया होटल धर्मशाला में यात्रियों ने कमरो को बिना पैसे दिए खाली कर दिया। व्यापारियों का फ्रिजो में रखा कच्चा सामान खराब हुआ ऐसा ही अन्य मुख्य बाजारों की तरफ भी हाल हुआ जिसके लिए मुख्यमंत्री को विद्युत विभाग की निष्क्रिय कार्यशेली सुधारने की मांग रखी है। करने वालो में मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष पंकज माटा, वरिष्ट उपाध्यक्ष प्रीत कमल, महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चोरसिया, महामंत्री नाथीराम सैनी, कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील मनोचा,,अनिल कोरी, एसएन तिवारी, एस के सैनी, राकेश सिंह, अजितेश कुमार, सोनू चौधरी, उमेश अग्रवाल,दीपक मेहता, भूदेव शर्मा रहे।

Related Articles

Back to top button