हरिद्वार

संस्कार भारती की दो दिवसीय नाट्यविधा कार्यशाला में वात्सल्य वाटिका को प्रथम स्थान

नीटू कुमार हरिद्वार संवाददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। कला-संस्कृति की संवाहक संस्था संस्कार भारती की हरिद्वार महानगर इकाई के द्वारा आयोजित दो दिवसीय नाट्य विधा कार्यशाला सरस्वती विद्या मंदिर सैक्टर-दो के प्राँगण में बहुत प्रभावी व आकर्षक नाट्य मंचनों के साथ सम्पन्न हो गयी। बच्चों में नाट्य कला के संवर्धन हेतु संस्था द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन‌ किया गया था, जिसमें पूरे हरिद्वार के विभिन्न विद्यालयों के 68 बाल प्रशिक्षार्थियों‌‌ ने भाग लिया। कार्यशाला के पहले प्रथम सत्र में नाट्य विधा से सम्बन्धित सभी नियम व सिद्धान्तों से अवगत कराया गया। द्वितीय सत्र में बच्चों द्वारा पटकथा लेखन व नाटक के विचार व शीर्षक का निर्धारण हुआ। कार्यशाला के अंतिम दिन कुछ छः नाटकों का मंचन हुआ, जिसमें सामाजिक, पारिवारिक व राष्ट्रीय विषयों का समावेश रहा। कार्यशाला में वात्सल्य वाटिका विद्यालय के बाल कलाकारों‌ ने पृथ्वी राज चौहान के ऐतिहासिक प्रसंग पर अपनी नाट्य प्रतिभा दिखाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर केन्द्रीय विद्यालय की कौशल्या टीम थी, जबकि, तृतीय स्थान पर सरस्वती विद्या मन्दिर की संदेश टीम रही। शेष दो टीमों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। श्रीमती नीता नय्यर ‘निष्ठा’ व श्रीमती मनीषा सिंह के निर्देशन में सम्पन्न इस कार्यशाला में‌ संस्कार भारती की मातृशक्तियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें उठाए मुद्दों से निर्णायक मण्डल ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। निर्णायक मण्डल का दायित्व रीता अवस्थी, पुष्पा हंस व श्रीमती वीना कौल ने निभाया।‌ कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती नीता नय्यर ने किया, जबकि, समापन श्वेता सरन जी की मधुर आवाज़ में राष्ट्रगीत ‘वंदेमातरम्’ से हुआ। प्रांतीय मंत्री राकेश मालवीय, कमल सैनी, महिला प्रमुख ज्योति भट्ट, आशा साहनी, श्रीजा त्रिपाठी, श्वेता सरन, अपराजिता, विमलेश गौड़, कविता जैन, पुष्पा अग्रवाल, सरस्वती पुण्डीर, एन.के. पुण्डीर, देवेन्द्र चौहान व देवेन्द्र मिश्र आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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