जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा ने बच्चों को दी बाल अनुकूल कानूनी सेवाओं की जानकारी
अल्मोड़ा जिले में लगाए गए चार जागरूकता शिविर

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के निर्देशन में और अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में शचि शर्मा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा द्वारा बच्चों के लिए बाल अनुकूल कानूनी सेवाएं एवं बच्चों के लाभार्थ विभिन्न सरकारी योजनाओं अभियान के अनुक्रम मे विवेकानंद इंटर कॉलेज अल्मोड़ा, मंगलदीप खत्याड़ी, लैप्रोसी मिशन करबला व बलढौटी में विधिक जागरुकता शिविरों का आयोजन किया गया। शिविरों का आरम्भ नालसा थीम गीत एक मुठ्ठी आसमान चलाकर किया गया। उपस्थित छात्र-छात्राओं, दिव्यागों व अन्य व्यक्तियों को नालसा बच्चों के लिए बाल- अनुकूल कानूनी सेवाएं योजना, 18 वर्ष से कम उम्र के ऐसे बालक या बालिकाएं जिनसे कोई अपराध हो गया है या जिन्हें देख-रेख की बहुत आवश्यकता है जैसे अनाथ बच्चे, परित्यक्त बच्चे, आपदा के शिकार बच्चे, मानव दुर्व्यवहार के शिकार बच्चे आदि बच्चों की देखरेख हेतु किशोर न्याय बालकों की देख-रेख और संरक्षरण अधिनियम बनाया गया है, ऐसे विधि विवादित किशोर-किशोरियों के सम्बन्ध में किशोर न्याय बोर्ड का गठन किया गया है, जो ऐसे विधि विवादित किशोर-किशोरियों के सम्बन्ध में जांच की शक्ति रखता है जबकि देख-रेख की आवश्यकता वाले बच्चों के लिए जिले में बाल कल्याण समिति का गठन किया गया है, ऐसे बच्चे जिनके माता व पिता दोनो की ही मृत्यु हो जाती है, उनके लिए महिला एवं बाल विकास- समाज कल्याण विभाग के द्वारा वात्सल्य योजना भी चलाई जाती है, जिसके तहत प्रतिमाह ऐसे बच्चो के लिए एक निश्चित धनराशि सरकार की ओर से भुगतान की जाती है, ऐसे अनाथ बच्चो की शिक्षा दीक्षा के लिए भी सरकार की ओर से पठन-पाठन की व्यवस्था जिले के अन्दर की गयी है, 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लाभार्थ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोडा द्वारा यूनिट गठित की गई है, जिसमें पैनल अधिवक्तागण एवं अधिकार मित्र सद्स्य रखे गए हैं, निःशुल्क विधिक सहायता आदि विषयों की जानकारी दी गई एवं उनसे बातचीत कि गई व समस्याओं के बारे में पूछा गया। बच्चों के लिए बाल अनुकूल कानूनी सेवाएं से संबंधित पंफ्लेट व पोस्टर वितरित किये गए। शिविरों का समापन नालसा थीम गीत चलाकर किया गया। शिविरों में समस्त अध्यापक, संस्थाओं के अध्यक्ष व अधिकार मित्र आदि उपस्थित रहें।