शहर में चर्चा: 24 घंटे पुलिस के पहरे के बावजूद बिकती अवैध शराब, आबकारी विभाग भी कुंभकरण की नींद में
रजत चौहान प्रधान सम्पादक

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(रजत चौहान) हरिद्वार। जहां उत्तराखंड के मुखिया ने नशा मुक्त मिशन को लेकर पूरे उत्तराखंड में अभियान चलाने के निर्देश दिए हुए है तो वहीं 24 घंटे पुलिस के पहरे के बावजूद अवैध शराब बिक रही है इससे यह बात साबित हो रही है कि उत्तराखंड के मुखिया के आदेशों की भी कहीं न कही धज्जियां उड़ाई जा रही है, जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। जी हां हम बात कर रहे हैं हरिद्वार धर्मनगरी की जहां अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है और आबकारी विभाग भी कुंभकरण की नींद सोया हुआ है जिसके चलते शहर में चर्चाओं का बाजार लगातार गर्म है। मामला दो कोतवालियो की सीमाओं के बीच का है जहां शाम ढलते ही अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से शुरू हो जाता है जो आधी रात तक जारी रहता है। शहर में चर्चा है कि पुराने रानीपुर मोड़ स्थित एक दुकान में अवैध शराब का कारोबार किया जा रहा है। सबसे बड़ी हैरत की बात तो यह है कि जहां दो कोतवालियो की पुलिस का 24 घंटे पहरा लगा रहता है उसके बावजूद भी शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद है कि धड़ल्ले से अवैध शराब बेच रहे है जिस वजह से आबकारी विभाग पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे है। शहर में चर्चा बनी हुई है कि पूर्व में भी एक तत्कालीन डीएम ने इस अवैध शराब की दुकान पर स्वयं छापेमारी करते हुए कार्यवाही की थी, उसके बावजूद भी अवैध शराब का कारोबार दिन दोगुणी और रात चौगुनी तरक्की के साथ साथ लोगों की जेब पर डांका डालकर दोगुणे रुपये कमा रहा है। वहीं शहर में चर्चाओ का बाजार गर्म है कि इस अवैध शराब की दुकान पर हर प्रकार का ब्रांड उपलब्ध रहता है और साथ में ठंडी बीयर भी मिलती है, जिसके चलते पुराने रानीपुर मोड पर शराब पीने वाले शराबियों की भीड़ शाम के समय लगातार बढ़ती जा रही है तथा जाम की स्थिति पैदा हो रही है। कई बार क्षेत्रवासियों ने इस अवैध शराब की दुकान पर कार्यवाही करने की मांग की है उसके बावजूद भी संबंधित विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है ये समाचार पत्र का नहीं लोगों का कहना है। अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस प्रशासन सहित संबंधित विभाग इस मिनी ठेका कहे जाने वाली अवैध शराब की दुकान पर कार्यवाही करता है या नहीं यह तो अब आने वाला वक्त ही बताएगा।