हरिद्वार

लोगों के देने थे पैसे, खुद ही रच दी किडनैपिंग की झूठी कहानी

हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने किया खुलासा, परिवार के उड़ गए होश, अजीत को किया सकुशल बरामद

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(चिराग कुमार) हरिद्वार। आजकल का युग इतना बदलता जा रहा है कि अपने स्वार्थ के लिए लोगों के उधार रुपए न देने के लिए खुद ही अपनी किडनैपिंग की झूठी कहानी रच डाली। जी हां ऐसे ही एक मामले का हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल को रवि कश्यप पुत्र प्रीतम सिंह निवासी कस्बा गंगोह सहारनपुर ने अपने दामाद अजीत कश्यप का अपनी दुकान जी चाट भंडार रानीपुर मोड से अपने घर के लिए निकला और घर वापस न लौटने पर गुमशुदगी हरिद्वार कोतवाली में दर्ज कराई थी। वहीं घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा अलग-अलग टीमें गठित कर जल्द गुमशुदगी की बरामदगी के लिए निर्देशित किया गया था।

वहीं इस बाबत पर हरिद्वार कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि निवासी कायस्त देवबंद जिला सहारनपुर अजीत नामक युवक के ससुर ने अपने दामाद की गुमशुदगी की रिपोर्ट हरिद्वार कोतवाली में दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि गुमशुदगी को लेकर घटना स्थल से कोतवाली क्षेत्र से बाहर के रोडवेज बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, टैक्सी स्टैंड, भूपतवाला, कोर इंजीनियरिंग कॉलेज रुड़की, बहादराबाद, चंडीघाट से ऋषिकेश तक 150 सीसीटीवी खंगाले गए साथ ही सर्विलांस व जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी में गुमशुदा अजीत का अपनी गाड़ी को रुड़की में स्वयं खड़ा कर गायब होना व बस से ऋषिकेश जाने की फुटेज प्राप्त हुई। जिस पर टीम द्वारा अजीत को ऋषिकेश से सोमवार को सकुशल बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि अजीत ने अपने दोस्तों से कई लाख रुपए उधार ले रखे थे, लोगों द्वारा पैसे मांगने पर बार-बार परेशान हो रहा था और अपनी किडनैपिंग की खुद ही झूठी साजिश रच दी। उन्होंने बताया कि कैमरों से छिपते छुपते बस से ऋषिकेश जा पहुंचा, ओर खुद को जहर खुरानी गिरोह का शिकार होने का ड्रामा किया, आरोपी के कब्जे से हरिद्वार से ऋषिकेश जाने की बस टिकट बरामद करते हुए आरोपी के विरुद्ध 83 पुलिस एक्ट में कार्रवाई की गई है। वहीं पूरी जानकारी सामने आने से परिवार के सदस्यों के होश उड़ गए।

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