संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने की बात कर विपक्ष फैला रहा भ्रम: आलोक कुमार
गगन शर्मा सह सम्पादक
हरिद्वार की गूंज (24*7)
(गगन शर्मा) हरिद्वार। विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में संविधान बदलने का जो मुद्दा विपक्ष द्वारा उठाया जा रहा है। वह पूरी तरह झूठ है। संविधान बदलने जैसी कोई बात नहीं है। इससे बड़ा कोई झूठ नहीं है। गुरूकुल महाविद्यालय में आयोजित बजरंग दल के प्रशिक्षण वर्ग के समापन के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए आलोक कुमार ने कहा कि संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने जैसे मुद्दे उठाकर विपक्ष भ्रम फैला रहा है और समाज को बांटने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि विहिप का स्पष्ट मत है कि आरक्षण तब तक चलना चाहिए। जब तक समाज में समानता नहीं आ जाती। जब अनुसूचित समाज स्वयं कहे कि समाज में व्याप्त असमानता समाप्त हो चुकी है तो इस पर विचार किया जाना चाहिए।
अयोध्या राममंदिर के संबंध में विहिप अध्यक्ष ने कहा कि मंदिर की पहली मंजिल पर महर्षि वाल्मीकि, माता शबरी, जटायु, वशिष्ठ और विश्वामित्र की मूर्तियां स्थापना करने का काम चल रहा है। जो कि इस वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। काशी मथुरा के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार पक्ष में है। इसलिए किसी आंदोलन की जरूरत नहीं है। मामला न्यायालय में विचाराधीन है। हमारे तथ्य और तर्क मजबूत हैं। फैसला हिंदू समाज के पक्ष में आने की पूरी उम्मीद है। हाल ही में आयी देश में मुस्लिम आबादी बढ़ने और हिंदू आबादी घटने की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि जनसांख्यिकी संतुलन बनाए जाने की आवश्यकता है। हिंदू समाज को कम से कम दो बच्चे पैदा करने के लिए जागरूक किया जाएगा।
विश्व हिन्दू परिषद प्रचार प्रसार विभाग के प्रांत प्रमुख पंकज चौहान ने बताया कि 24 मई से शुरू हुए बजरंग दल के प्रशिक्षण वर्ग में 23 सांगठनिक जिलों के 122 प्रशिक्षणार्थियों को संगठन की रीति नीतियों का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, स्वामी आर्षदेव, योगी सोमनाथ, विहिप प्रांत मंत्री धीरेंद्र शर्मा, प्रांत संगठन मंत्री अजय कुमार, बजरंग दल प्रांत संयोजक अनुज वालिया, विहिप प्रांत प्रचार प्रसार प्रमुख पंकज चौहान, मोहित प्रधान, नवीन तेश्वर, भूपेंद्र सैनी, अमित मुल्तानिया, रोहित शास्त्री, अक्षय शर्मा, अमित कुमार, कुलदीप कुमार, शिवम सिंह बिष्ट, जिवेंद्र तोमर, भूपेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे।