आज के दिन ही देशभर की सड़कों पर पसरा था सन्नाटा, भारत के इतिहास में यह पहला था मौका
राजेश कुमार देहरादून प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। पांच साल पहले आज के ही दिन देशभर की सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ था। भारत के इतिहास में यह पहला मौका था, जब उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक देश पूरी तरह खामोश था।
यह जनता कर्फ्यू का दिन था यानी जनता के द्वारा लगाया गया कर्फ्यू, दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश की जनता ने स्वेच्छा से घरों में रहने का फैसला किया था। लोगों के बाहर निकलने पर बंदिश नहीं थी लेकिन इसके बावजूद देशभर में एकमत के साथ लोगों ने घर से बाहर न जाने का फैसला किया।
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के प्रति सजग होने के लिए यह आह्वान किया गया था। यह जनता कर्फ्यू 22 मार्च को सुबह 7 बजे से शुरू होकर रात 9 बजे तक चला, इसके बाद दो दिन सब कुछ सामान्य चलता रहा, फिर 24 की शाम को पीएम मोदी ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था।