हरिद्वार

आरएसएस का प्राथमिक व प्रारम्भिक वर्ग सम्पन्न

वर्ग में 123 स्वयंसेवको ने प्राप्त किया प्रशिक्षण

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(नीटू कुमार) हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सात दिवसीय प्राथमिक एवं तीन दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण वर्ग का आज सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इण्टर कालेज सेक्टर 2, BHEL, हरिद्वार मे जिला संघ चालक डॉ यतींद्र नागयान व विभाग कार्यवाह लोकेंद्र जी तथा खण्ड कार्यवाह संजीव कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। वर्ग में 123 स्वयंसेवको ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और पिछले 7 दिनों से बौद्धिक एवं शारीरिक के अनेकों प्रयोगों को सीखा, संवाद और चर्चा के द्वारा व्यक्ति निर्माण के गुण सीखे है। प्रशिक्षण वर्ग में अनेकों वक्ताओं के द्वारा अनेकों विषयों पर अपना उद्बोधन दिया जिससे अपने देश और संस्कृति की जानकारी हुई तथा वर्ग कि व्यवस्थाओ के निमित्त अनेकों स्वयंसेवकों ने सात दिनों से अनेकों प्रकार कि व्यवस्थाओ का निर्वहन किया। वर्ग के समापन/दीक्षांत के शुभ अवसर पर मुख्य वक्ता विभाग कार्यवाह लोकेंद्र जी के द्वारा उदाहरण देकर बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक के आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी जन्म से ही देश भक्त थे। कैसे ब्रिटेन की महारानी के राज्यारोहण पर बाटी जा रही मिठाई को बालक ने कूदे में फेंक दिया और सीताबाड़ी किले से ब्रिटिश सरकार का यूनियन जैक झंडा उतारने का प्रयास किया जो कि बहुत ही असाधारण कार्य था और स्वयंसेवको को बताया कि समय की कितनी बडी महत्ता होती हैं। इसलिए हमें समय कि महत्ता को समझना चाहिए तथा किस प्रकार आज समाज में स्वयंसेवको को एक आदर्श के रूप में देखा जाता है, इस गरिमा को हम सबको हमेशा बनाए रखना है एवं अपने देश को हमे विश्व का शिरमौर बनाना है। इस दिशा में हमे काम करना है, एक उदाहरण देकर स्वामी विवेकानंद जी के विषय में बताया कि हमारी कल्पना भी देश हित में होनी चाहिए। देश के नागरिक कैसे हैं, उसी से ही देश के चरित्र का पता चलता हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ वर्ष पूर्ण होने पर शताब्दी वर्ष के रूप मे मना रहे हैं हमारे लिए गर्व कि बात है। समापन पर संघ के जिला संघचालक डॉ यतींद्र नागयान ने बताया कि स्वयंसेवक जैसा आचरण करता है वैसा ही राष्ट्र हमे दिखाई देता हैं, राष्ट्र का चिंतन केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही हमे सिखाता हैं। संजीवनी विद्या का उदाहरण देकर बताया कि किस प्रकार लक्ष्य को ध्यान में रखकर कच्छ ने संजीवनी विद्या सीखी और देव औरअसुर युद्व में कच्छ ने देवताओं का साथ दिया, जिससे राष्ट्र निर्माण में उस विद्या का प्रयोग किया। इसलिए प्रकार हमे भी अपना पूरा जीवन राष्ट्र हित मे लगाना चाहिए। इस शुभ अवसर पर जिला प्रचारक जगदीप, सह जिला कार्यवाह भूपेंद्र सिंह एवं संजय कश्यप, नगर संघचालक वकील शर्मा, जिला व्यवस्था प्रमुख मुनेश चौहान, जिला प्रचार प्रमुख देवेश वशिष्ठ, खण्ड कार्यवाह आदित्य, अंकुर, इंजीनियर संजीव नगर कार्यवाह, खण्ड बौद्धिक शिक्षण प्रमुख जितेंद्र, शिवचरण, सुरेश, तारीख, कौशिंद्र एवं जिले तथा खण्ड, नगर के ज्येष्ठ एवं श्रेष्ठ कार्यकर्ता तथा सौरभ कुमार सक्सेना समापन कार्यक्रम के समय उपस्थित रहे।

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